Hindi Literature
विलुप्त होते बेजुबानों की सुध, कौन ले रहा है?
अब तो चुपचाप शाम आती है, पहले चिड़ियों के शोर होते थे. मोहम्मद अल्वी का ये शेर लेख...
प्रिंसिपल डॉ. संजीव डावर की पुस्तक "झरोखे से जिंदगी" का...
प्रीत साहित्य सदन ने किया समारोह का आयोजन
डॉ टिवाणा की लेखनी में था कमाल का संयम
हिंदी विभाग द्वारा डॉ दिलीप टिवाणा की स्मृति में विशेष परिचर्चा
डा अजय शर्मा का 12वां उपन्यास "उधडऩ" का लोकार्पण
पंजाब के समकालीन हिन्दी लेखन में डा. अजय शर्मा का स्थान बहुत महत्तपूर्ण है
प्रसिद्ध कवि, नाटककार व लेखक जयशंकर प्रसाद की जयंती
पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा किया जाएगा आयोजन