यश को यश मिले और हरियाणा को अच्छा सिनेमा बस लखमीचंद से यही है दुआ: प्रतिभा शर्मा 

एक्ट्रेस प्रतिभा शर्मा के साथ कमलेश भारतीय की एक इंटरव्यू

यश को यश मिले और हरियाणा को अच्छा सिनेमा बस लखमीचंद से यही है दुआ: प्रतिभा शर्मा 
यशपाल शर्मा व प्रतिभा शर्मा।

यशपाल शर्मा में अपने काम के प्रति गहरा समर्पण है जो उन्हें लखमीचंद के निर्माण और निर्देशन तक ले आया । यश को इस फिल्म के निर्माण से यश मिले यही है दुआ । वैसे यशपाल ऊपर से थोड़े सख्त हैं लेकिन अंदर से बहुत नर्म । वे मुझे तहेदिल से प्यार करते हैं । यह कहना है हिसार से मुम्बई की फिल्मी दुनिया में अच्छे से अपने पांव जमा चुके यशपाल शर्मा की पत्नी और एक्ट्रेस प्रतिभा शर्मा का । जो पहले प्रतिभा सुमन के नाम से जानी जाती हैं । वे मूल रूप से महाराष्ट्र के जलगांव की हैं और सन् 1995 मे यशपाल के साथ विवाह के बाद से हिसार की पुत्रवधु बन गयी हैं । जलगांव से बीए की और वहां आकाशवाणी पर उद्घोषिका भी रहीं। एनएसडी से तीन वर्ष का प्रशिक्षण भी लिया । यहीं वे यशपाल शर्मा की बैचमेट रहीं जो संबंध विवाह में बदल गया । जमाल गांव में लखमीचंद के मुहूर्त पर वे कंधे से कंधा मिलाकर चल रही थीं ।
-एनएसडी में रहते किन निर्देशकों के साथ काम करने का अवसर मिला ?
-एम के रैना , अनुराधा कपूर , त्रिपुरारी शर्मा , अमाल अलाना, रघुनंदन और बी वी कारंत,मोहन महर्षि,अंकुर जी,अनामिका हक्सर, सत्य देव दुबे,बंसी कौल,अभिलाष पिल्लई,संदीप भट्टाचार्य,अनिरुद्ध खुटूवड़ के साथ काम कर सीखने का अवसर मिला । 
- किन फिल्मों में काम किया?
-श्याम बेनेगल के साथ हरी भरी और गुलज़ार जी की प्रेमचंद की कहानियों गोदान और ठाकुर का कुआं में मुख्य भूमिका। राजकुमार संतोषी की फिल्म लज्जा में अभिनय।राजन कोठारी की दास केपिटल में भी । खुद भी चार शॉर्ट फिल्में लिखीं और निर्देशित कीं । एक डॉक्यूमेंट्री "आमो आखा एक से" जिसे कई अवॉर्ड मिले जो देश विदेश के कई फेस्टिवल में चल चुकी।
-इस लाॅकडाउन में कोई नयी फिल्म या आइडिया ?
-एक फिल्म लिखी है सिंगल मॉम।सावित्री बाई फुले पर एक फिल्म की रिसर्च चालू है, लेखन भी ।
-लखमीचंद में कोई रोल ?
- बच्चा लखमीचंद घर से भाग कर दीपचंद के घर जाता है तो दीपचंद की पत्नी  के छोटे से रोल में हूं।
-क्या कहेंगी फिल्म लखमीचंद के बारे  में ?
-बहुत अच्छी फिल्म बनी है । इसमें यशपाल व अन्य कलाकारों की मेहनत दिखती है । निर्माण में इतने डूब गये कि मुझे और बच्चों को भूल ही गये थे ।यशपाल मजाक में बोले कि हमारी तो तलाक तक की नौबत आ गयी थी ।
-प्रिय एक्ट्रेस ?
-स्मिता पाटिल से बढ़िया कौन ?
-हरियाणवी फिल्में देखीं ?  
-जी । लाडो और चंद्रावल । 
-कोई पुरस्कार? 
-महाराष्ट्र से दो दो बार बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड ।
-हरियाणा और खासकर हिसार आकर कैसा लगता है ?
-सब अपने अपने से लगते हैं । घर ही है मेरा । बड़े भैया, अल्पना, सुलक्षणा,निधि,आशिमा सब परिवार लगता है।
-लखमीचंद के लिए क्या शुभकामनायें देंगीं ?
-यश को यश मिले और हरियाणा को एक लैंडमार्क फिल्म और अच्छा सिनेमा बस यही दुआ है।