Hindi Literature
‘एक शाम हिंदी के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन
एक साथ जुड़ाव होगा तो किसी भाषा के साथ कोई टकराव नही होगा – रमा पांडेय
डॉ जवाहर धीर द्वारा लिखित लघुकथाओं की पुस्तक "अब हुई न...
पाठक पुस्तक पढ़ने के पश्चात एक बार अवश्य कहेगा -"अब हुई न बात"
आज भी इंसाफ के इंतज़ार में है आर्मेनिया
राजकमल प्रकाशन ने प्रकाशित की'आर्मेनियाई जनसंहार : ऑटोमन साम्राज्य का कलंक' किताब
भावनाओं और संवेदनाओं को अपनी लेखनी में उकेरने वाले साहित्यकार...
वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार कमलेश भारतीय जी की लघु कथाओं के बाद कहानी संकलन 'नयी...
झूठ के खिलाफ सचाई को सामने लाती है अशोक कुमार पांडेय की...
यह किताब पहली बारिश की मिट्टी खुशुबू की तरह है- हरबंस मुखिया
किताबों की संख्या बढाने से कहीं अधिक जरूरी है विमर्शों...
`जिस समय विशेष में हम वर्तमान हैं उस दौर में रची जा रही कविता में साहस का होना जरूरी...
कहानी सीसीटीवी की तरह समाज पर नजर रखती है: कमलेश भारतीय
विमर्श के जरिए गुणवत्ता जांचने का अभिनव प्रयोग है 'कथा संवाद' : वंदना यादव