अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो पुस्तकों का विमोचन हुआ

प्रीत साहित्य सदन, लुधियाना (पंजाब) द्वारा अपनी मासिक सभा में इस बार आभासी प्रक्रिया द्वारा डॉक्टर आरती लोकेश गोयल द्वारा संपादित पुस्तक होनहार बिरवान अथवा प्रोफेसर मनीषा शर्मा द्वारा लिखी गई कविताएं पुस्तक अल्फाज का विमोचन किया

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो पुस्तकों का विमोचन हुआ

प्रीत साहित्य सदन, लुधियाना (पंजाब) द्वारा अपनी मासिक सभा में इस बार आभासी प्रक्रिया द्वारा डॉक्टर आरती लोकेश गोयल द्वारा संपादित पुस्तक होनहार बिरवान अथवा प्रोफेसर मनीषा शर्मा द्वारा लिखी गई कविताएं पुस्तक अल्फाज का विमोचन किया गया दोनों पुस्तकों पर क्रमशः डॉक्टर नरोत्तम मोदगिल व  रमा शर्मा द्वारा प्रपत्र प्रस्तुत किए गए।

प्रोफेसर मनीषा शर्मा की छोटी कविताओं पर जिंदगी से जुड़ी अनेक गंभीर बातों को केंद्रित किया गया जबकि होनहार बिरवान में लगभग 45 बाल कवियों की कविताओं पर चर्चा हुई विदेश में रहकर डॉ आरती लोकेश द्वारा भारतीय सभ्यता संस्कृति और हिंदी से नई पीढ़ी को जोड़कर इस पुस्तक का प्रकाशन एक गौरवमई प्रयास कहा जाएगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अमेरिका से कुसुम दत्ता जी द्वारा की गई जबकि मुख्य अतिथि के रूप में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति डॉ एस पी सिंह उपस्थित हुए और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ अरविंद्र सिंह भल्ला सुशोभित हुए इन तीनों ने अपने वक्तव्य में सभी को भावविभोर किया।

दुबई के अनेक शहरों से डॉ उर्मिला चौधरी मीरा ठाकुर व अरविंद भगानिया निर्णायक के रूप में अपने वक्तव्य के साथ कविता पाठ करके कार्यक्रम को नए आयाम तक पहुंचाया इसी के साथ बच्चों में अली विया जसकीरत और परनीत कौर ने दुबई से काव्य पाठ किया।

मंच संचालन बहुत ही खूबसूरत अंदाज से ममता जैन द्वारा किया गया और अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डॉक्टर संजीव बाबर ने कहा कि विदेशों से जुड़े सभी साहित्यकारों ने भारतीयता वा हिंदी प्रेम की अभिव्यक्ति की है जो सदन के लिए गर्व का विषय रहा। इस कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रस्तुति देकर सभी के योगदान को धन्यवाद दिया गया।