आत्मविश्वास से अपने सपने पूरे करे नारी: प्रोफ़ेसर पूजा अलाहन

आत्मविश्वास से अपने सपने पूरे करे नारी: प्रोफ़ेसर पूजा अलाहन

-कमलेश भारतीय 
आत्मविश्वास के साथ नारी अपने सपने पूरे कर सकती है एवं शोषण से खुद को बचाने के लिए नारी को संघर्ष करना जरूरी है । जिसके लिए हर नारी को अपने अंदर से मजबूत होना चाहिए । यह कहना है सन् 2019 की मिसेज हरियाणा पूजा अलाहन का । वे मिसेज इंडिया 2019 का सबसे खूबसूरत चेहरा भी चुनी जा चुकी हैं। आजकल एंटी करप्सन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की हरियाणा इकाई की ब्रांड एम्बेसेडर भी हैं । पूजा अलाहन बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद से भी जुड़ कर सराहनीय कार्य कर रही हैं। यह एक सामाजिक कार्यकर्त्ता भी हैं और नारी सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही हैं एवं "बहू बचाओ बहू पढ़ाओ" मुहिम में भी योगदान दे रही हैं।
मूल रूप से गांव पुट्ठी मंगल खां निवासी पूजा के पापा अभय राम हिसार के सिविल अस्पताल से चीफ फाॅर्मेसी ऑफिसर के पद से सेवानिवृत हुए हैं और उनकी जाॅब के चलते परिवार हांसी में रहा। यहीं एस डी गर्ल्स काॅलेज से ग्रेजुएशन की । कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एम ए हिंदी की और इसी दौरान शादी हो गयी।जिससे मिस इंडिया बनने का सपना दिल में ही रह गया।   

-और कितनी पढ़ाई लिखाई ?
-एम फिल । बी एड और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से जनसंचार की डिग्री ली । आजकल पंजाब विश्विद्यालय से हिंदी-विभाग से पीएचडी भी कर रही हूं ।
-जाॅब कहां ?
-आजकल मंडी आदमपुर के फिरोज गांधी मेमोरियल गवर्नमेंट काॅलेज में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर।  
-इससे पहले कहां कहां?
-पहले पंचकूला में 3 साल एक्सटेंशन लैक्चरार रही । फिर एचपीएससी परीक्षा प्रथम रैंक से क्लीयर करने के बाद नारायणगढ़ में जाॅब की और अब अपने गृह जिले हिसार  के मंडी आदमपुर में हूं एसिस्टेंट प्रोफेसर।  
-क्या क्या सपने थे ?
-मेरा सपना राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाना था। परंतु  पारिवारिक परिस्थितियों एवं जिम्मेवारियों के कारण उस समय पूरे नहीं कर पाई। आज भी कुछ सपने अधूरे हैं परंतु मैं "सहज पके सो मीठा होए" कहावत पर बहुत विश्वास करती हूं। खुद पर अटूट विश्वास एवं सकारात्मक सोच के कारण मैं धीरे-धीरे सफलता की ओर बढ़ रही हूं।
-नारी की स्थिति पर क्या कहोगी ? 
-नारी को अपने सपने पूरे करने के लिए दूसरों से उम्मीदें छोड़ कर खुद अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा । समाज की रुढ़िवादिता से लड़ने के लिए महिला को सबसे पहले शिक्षित होना होगा।मैंने भी शिक्षा के बल पर हर कदम पर संघर्ष किया और अपने सपने पूरे किये । 
-आपके आदर्श कौन ?
-डाॅ भीमराव अम्बेडकर जी , जिन्होंने समाज को समानता की राह दिखाई और जीवन भर खुद भी संघर्ष किया ।
 प्रोफेसर पूजा अलाहन को  हमारी शुभकामनाएं ।