सेक्टर पंद्रह है राजनेताओं का गढ़ 

सेक्टर पंद्रह है राजनेताओं का गढ़ 

-कमलेश भारतीय
हिसार का सेक्टर पंद्रह है राजनेताओं का गढ़! अब देखिए यहीं रहते हैं पूर्व मुख्यमंत्री चौ भजन लाल के दोनों बेटे -कुलदीप बिश्नोई और चंद्रमोहन बिश्नोई । चौ भजनलाल अंतिम समय तक सेक्टर पंद्रह के घर में ही रहे । इस घर में पूर्व विधायक श्रीमती जसमां देवी, कुलदीप बिश्नोई, रेणुका बिश्नोई, और हाल फिलहाल विधायक भव्य बिश्नोई रहते हैं । एक ही घर में इतने सारे नेता एकसाथ! है न रिकाॅर्ड की बात! यह जरूर है कि इनके भवन पर पार्टियां के झंडे बदलते रहते हैं और बोर्ड भी ! रब्ब खैर करे ! 
इसी प़द्रह सेक्टर में पूर्व मंत्री प्रो सम्पत सिंह रहते हैं और इनका बेटा गौरव सम्पत भी राजनीति में कदम रख चुका है । एक समय प्रो सम्पत सिंह हरियाणा के सबसे शक्तिशाली मंत्री हुआ करते थे । गौरव सम्पत  सक्रिय तौर पर राजनीति में रहता है । इनके सामने राजेश गोदारा भी हैं, जो चौटाला परिवार के निकट हैं और आदमपुर से चुनाव भी लड़े थे,  सफल नहीं रहे। अगर गोबिंद पैलेस से आयें तो सबसे पहले वीरेंद्र चौधरी का घर आता है, जो जजपा से जुड़े हैं‌ और ‌नलवा से पिछला विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन सफल नहीं हुए । वैसे अभी तक पूर्व आईएएस अधिकारी व सांसद बृजेंद्र सिंह यहीं रहते हैं । टिकट मिलते ही इसी कोठी से चुनाव मैदान में निकला करेंगे । गूजर परिवार भी इसी सेक्टर पंद्रह में चौ भजनलाल के पड़ोस में ही रहता है। प्रो सम्पत सिंह के आवास से बस दो चार घर छोड़कर विधायक जोगीराम सिहाग रहते हैं। वे पूरे समय एंग्री यंगमैन ही रहे। चेयरमैन बनाया पर मत्री बनने पर अड़े रहे और अब तो जजपा के सभी पदों से इस्तीफा ही दे दिया। आगे क्या, वे ही जानते हैं। महावीर प्रसाद भी सेक्टर पंद्रह के निवासी हैं। वे रतिया से चुनाव लड़ चुके हैं । 
इसी सेक्टर प़द्रह में कांग्रेस नेता धर्मवीर गोयत भी रहते हैं, जो नलवा से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। अनिल मान भी इसी सेक्टर में रहते हैं। मुकेश सैनी भी इसी प़द्रह सेक्टर में हैं। वे सुश्री सैलजा के मीडिया प्रवक्ता हैं। गुरमेश बिश्नोई भी इसी सेक्टर में रहते हैं। वे भी चुनाव लड़ते आये लेकिन सफल नहीं रहे और अब चुनाव राजनीति से दूर हैं। 
इस तरह सेक्टर पंद्रह हिसार के नेताओं का गढ़ कहा जा सकता है और लोकसभा चुनाव में देखिये कैसे यहां गहमागहमी होने लगी है! विधानसभा चुनाव में तो और भी बढ़ जायेगी।