डीएलसी सुपवा में सैमुअल बेकेट के कालजयी नाटक वेटिंग फॉर गोडोट का मंचन

रोहतक, गिरीश सैनी। डीएलसी सुपवा के फिल्म और टेलीविजन संकाय के अभिनय विभाग द्वारा वार्षिक रंगमंचीय प्रस्तुति की शुरुआत वीरवार को प्रतिष्ठित आयरिश नाटककार सैमुअल बेकेट के प्रसिद्ध नाटक वेटिंग फॉर गोडोट के मंचन के साथ की गई। पहला प्रदर्शन विवि के मिनी ऑडिटोरियम में हुआ और 23 और 24 मई को शाम 4:30 बजे इसके दो और प्रदर्शन होंगे।
वेटिंग फॉर गोडोट आधुनिक रंगमंच की एक महत्वपूर्ण कृति है, जिसमें दो पात्र -व्लादिमीर और एस्ट्रागन एक रहस्यमयी व्यक्ति ‘गोडोट’ का अंतहीन और निष्फल इंतज़ार करते हैं। सीमित क्रिया और तीव्र संवादों के माध्यम से, यह नाटक मानव प्रयास की निरर्थकता, समय की अस्थिरता, और एक अनिश्चित दुनिया में जीवन के अर्थ की तलाश जैसे गहन विषयों की पड़ताल करता है।
इस वर्ष की प्रस्तुति का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) की प्रतिष्ठित पूर्व छात्रा डॉ. सविता रानी द्वारा किया जा रहा है। इसमें डीएलसी सुपवा के छठे सेमेस्टर के चार प्रतिभाशाली छात्रों द्वारा अभिनय किया जा रहा है। दर्शकों ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की भरपूर सराहना की।
कुलपति प्रो. श्री प्रकाश ने नाटक से जुड़े सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों की सराहना की और इसके शैक्षणिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रस्तुतियाँ हमारे छात्रों और संकाय की निरंतर विकसित होती गुणवत्ता का प्रमाण हैं। कार्यक्रम समन्वयक एवं अभिनय विभाग के सहायक प्रोफेसर दुश्यंत ने इस प्रस्तुति की शैक्षणिक और कलात्मक प्रासंगिकता पर अपने विचार साझा किए। कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक ने विवि की रचनात्मक और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि डीएलसी सुपवा अपने वार्षिक रंगमंचीय प्रस्तुतियों के माध्यम से न केवल कलात्मक प्रतिभा को पोषित करता है, बल्कि छात्रों के लिए यह एक गहन शैक्षणिक अनुभव भी होता है।