भारतीय सेना और केंद्र सरकार द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर निकाले जा रहे तिरंगा मार्च का स्वागत करता है पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल
आज माता रानी चौक स्तिथ पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के मुख्य दफ्तर में एक पत्रकार सम्मेलन हुआ जिसमे राज्य महासचिव व भारतीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य सुनील मेहरा और सचिव आयुष अग्रवाल उपस्थित थे।

लुधियाना, 14 मई, 2025: आज माता रानी चौक स्तिथ पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के मुख्य दफ्तर में एक पत्रकार सम्मेलन हुआ जिसमे राज्य महासचिव व भारतीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य सुनील मेहरा और सचिव आयुष अग्रवाल उपस्थित थे।
इन व्यापारी नेताओं ने कहा कि की बीते दिनों में जो भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम तक पहुंचाया है उससे हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो चुका है और सारे देश में तिरंगा मार्च निकाल कर भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया जा रहा है। पंजाब का समूह व्यापारी इस तिरंगा मार्च का समर्थन करता है और जिस जिस शहर में यह मार्च निकला जाएगा व्यापार मंडल की टीम उस शहर में उसका स्वागत करेगी।
इसके बाद व्यापारी नेताओं ने पंजाब के व्यापार में चलती आ रही दिक्कतों के बारे में भगवंत सिंह मान की सरकार के व्यापार विरोधी नीतियों को दोषी ठहराया। इन व्यापारी नेताओं ने भगवंत सिंह मान को याद दिलाया कि अभी चुनाव हुए भी नहीं और सरकार अपने मैनिफेस्टो को पूर्ण नहीं कर पा रही। सरकार के हिसाब से 30 दिनों में राज्य में से इंस्पेक्टर राज खत्म किया जाना था, नशा विरुद्ध युद्ध में राज्य में से नशा ख़त्म किया जाना था। पर इसके विपरीत, जीएसटी विभाग की व्यापारियों पर बढ़ रही धक्केशाही ने पहले से ही मंदी के दौर से गुज़र रहे पंजाब के व्यापार की चाल को और धीमा कर दिया है। हाल ही में अमृतसर के पास सस्ते शराब के चलते मरने वालों की संख्या 21 पहुंच गई । नशा मुक्त पंजाब होने की बजाए नशा डूब पंजाब बनता जा रहा है।
कानून व्यवस्था में भी सुधार लाने की आवश्यकता है क्योंकि पंजाब का व्यापार बिना डर के माहौल में व्यापार करना चाहता है। दिन दिहाड़े लूट पाट और व्यापारियों की सुनवाई ना होना, राज्य में व्यापार विरुद्ध सरकारी नीतिया, क़ानून व्यवस्था का बिगाड़ना, राज्य में गर्मियां शुरू होते ही फिर से बिजली के कटों ने व्यापार की कमर तोड़ रखी है। नतीजन पंजाब के व्यापारियों का दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं जैसे हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश । पंजाब का नौजवान भी नशे ही लत्त में अपनी ज़िंदगी बर्बाद कर रहा है और बचे हुए नौजवान दूसरे राज्यों और विदेशों में क़र्ज़ ले कर जा रहे है। नतीजा , पंजाब में बेरोजगारी बढ़ रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ पिछले 8 वर्षों में 9 लाख से अधिक नौजवान पंजाब से पलायन कर चुके है।
पंजाब के व्यापार को बचाने के लिए सरकार को कुंभकर्णी नींद से जागना होगा और खोखले वादे करने के बजाए पंजाब को आर्थिक तंगी से बाहर निकालने के लिए व्यापारियों का साथ देना होगा।
इन नेताओं ने केंद्र सरकार से भी आग्रह किया कि उत्तर प्रदेश , बिहार और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर , सीमावर्ती राज्य होने के कारण पंजाब को एक विशेष आर्थिक पैकेज दिया जाए ताकि पंजाब को फिर से रंगला पंजाब बनाने की और ले जाया जा सके।