पुलिस जनता की सेवा के लिए और जनता को जोड़कर चलना चाहिए: श्रीकांत जाधव 

पुलिस जनता की सेवा के लिए और जनता को जोड़कर चलना चाहिए: श्रीकांत जाधव 
श्रीकांत जाधव ।

-*कमलेश भारतीय 
पुलिस जनता की सेवा के लिए और जनता को जोड़कर ही चलना चाहिए । यह कहना है दो दो बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित और आजकल अम्बाला रेंज के एडीजीपी व नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख श्रीकांत जाधव का । जो हिसार में भी एसपी रहे और गौरक्षा अभियान के लिए आज भी याद किये जाते हैं । तलवंडी राणा के निकट गौशाला बनवाने में भी इन्हीं की कोशिशें रहीं । जहां भी रहे , नये से नयं अभियान चलाये । पुलिस दोस्त जैसे अभियान चला कर पुलिस को जनता की दोस्त बनाने के लिए जाने जाते हैं श्रीकांत जाधव । आज उनसे छोटी सी बातचीत की गयी ।

-मूल रूप से कहां के रहने वाले हैं आप ?
-महाराष्ट्र के अकोला से ।
-शिक्षा कितनी हुई ?
-बीई मेकेनिकल ।
-पुलिस में ही क्यों ?
-बचपन से ही खाकी वर्दी लुभाती रही ।
-पुलिस सेवा में कब आये ?
-सन् 1994 में हरियाणा केडर में ।
-पहली पोस्टिंग कहां ?
-अम्बाला में एएसपी । फिर गवर्नर महावीर प्रसाद आये थे और मैंने परेड का नेतृत्व का नेतृत्व किया जिससे वे इतने प्रभावित हुए कि राज्यपाल भवन में एडीसी सुरक्षा लगा लिया । मुख्यमंत्री के साथ भी एसपी सिक्युरिटी रहा । इसके अतिरिक्त रेवाड़ी में एडीजीपी रहा और रोहतक में आईजी । दो एनकाउंटर में पांच हार्ड कोर अपराधी भी मार गिराये ।
-कहां कहां एसपी रहे ?
-हिसार , फतेहाबाद , कुरूक्षेत्र, झज्जर , पानीपत, पानीपत, सिरसा । 
-जैसे हिसार में गौरक्षा अभियान चलाया तो अन्य जिलों में क्या किया ?
-फतेहबाद में नशा मुक्ति अभियान चलाया प्रयास संस्था बनाकर जिसमें लगभग तीन हजार लोगों को नशाभुक्त करवाया । फरीदाबाद में पुलिस दोस्त अभियान , झज्जर में मांडोखी गांव गोद लेकर अपराध खत्म किया । पानीपत में भी गौरक्षा अभियान चलाया । 
-फिल्मों में दिखाई जाने वाली पुलिस के बारे में क्या कहेंगे ?
-कुछ फिल्मों में अच्छी तो ज्यादातर में अच्छी छवि नहीं । 
-आप किसकी एक्टिंग को पसंद करते हो ?
-जंजीर में अभिताभ बच्चन का पुलिस इंस्पेक्टर का रोल अच्छा लगा और नक्षत्र में भी , जो दक्षिण की फिल्म है ।
-कितने पुरस्कार ?
-दो दो बार राष्ट्रपति मेडल और जनता का विश्वास मेरा सबसे बड़ा मेडल ! जहां जहां भी तैनात रहा जनता का प्यार और विश्वास मिला ।
-कोई अन्य शौक ?
-संगीत , थियेटर और क्रिकेट ।