वन विभाग के माध्यम से निशुल्क वितरित किए जाएंगे पौधे

उपायुक्त ने वन क्षेत्र बढ़ाने के लिए भूमि की पहचान करने के निर्देश दिए।

वन विभाग के माध्यम से निशुल्क वितरित किए जाएंगे पौधे

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए भूमि की पहचान करें तथा वन विभाग के माध्यम से पौधारोपण करवाए। वन विभाग द्वारा पंचायतों व अन्य संबंधित विभागों को नि शुल्क पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे। वन विभाग पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित करें तथा स्कूलों में पौधागिरी कार्यक्रम के तहत पौधे लगवाए जाए।

उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने पौधारोपण अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि नगर निगम, एचएसआईआईडीसी, अन्य विभाग तथा ग्राम पंचायतें ऐसी भूमि की पहचान करें जहां पर पौधारोपण किया जा सकता है। ऐसे विभाग व ग्राम पंचायतें वन विभाग से पौधों की मांग करें तथा पौधारोपण करवाकर इन पौधों की देखरेख भी करें ताकि जिला में निरंतर कम हो रहे वन क्षेत्र को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पौधों के संरक्षण के लिए 75 वर्ष पुराने पौधों को पेंशन दी जा रही है। यह पेंशन पौधे के मालिक को दी जाती है। लोगों को इस योजना के बारे में जागरूक किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा प्राचीन पेड़ों का संरक्षण किया जा सके।

उपायुक्त ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जलेबी चौक पर मियावाकी पौधारोपण करवाए। इसके अलावा ग्रीन बेल्टों में भी मियावाकी पौधे लगवाए जाए। वन विभाग द्वारा जिला में 7 नर्सरियों में लगभग 4 लाख पौधे तैयार किए गए है।

बैठक में सांपला के उपमंडलाधीश उत्सव आनंद, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त भूपेंद्र सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, जिला राजस्व अधिकारी कनब लाकड़ा, जिला वन अधिकारी वीरेंद्र गिल, जिला नगर योजनाकार सुमनदीप, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता अरूण कुमार, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रोहताश सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।