राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए मॉक ड्रिल आयोजितः उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह

प्राथमिक उपचार देने के तरीके बताए।

राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए मॉक ड्रिल आयोजितः उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा है कि आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने की दिशा में ऑपरेशन शिल्ड के अंतर्गत लघु सचिवालय, सामान्य अस्पताल, अर्पण संस्थान व जन सेवा संस्थान में व्यापक सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।

 

उपायुक्त ने कहा कि इस तरह के अभ्यास लोगों को आपातकाल के दौरान क्या करना चाहिए, इसके बारे में तैयार करता है। मॉक ड्रिल के माध्यम से, हम प्रतिक्रिया समय का मूल्यांकन कर सकते हैं, अपनी क्षमताओं की पहचान कर सकते हैं और विभिन्न आपदा नियंत्रण विभागों के बीच समन्वय में सुधार कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में प्रभावित स्थान तक राहत एवं बचाव दलों की शीघ्र और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करना है।

 

उपायुक्त ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान चिन्हित क्षेत्र में एयर रेड की सूचना के साथ सायरन बजाया गया। साथ ही मॉक ड्रिल के दौरान विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में राहत दलों की तैनाती, रास्तों की निगरानी, आपातकालीन चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कार्यवाही का अभ्यास किया गया। साथ ही, सूचना एवं संचार व्यवस्था की त्वरित सक्रियता और विभागों के मध्य समन्वय को परखा गया।

 

उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसे अभ्यासों में सक्रिय भागीदारी से न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली बेहतर होती है, बल्कि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। मॉक ड्रिल में बताया गया कि बम विस्फोट होने के उपरांत घायल लोगों को किस प्रकार से उपचार दिया जाता है और बचाव कार्य पूर्ण किए जाते हैं। मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, पुलिस, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी, होमगार्ड, एनसीसी कैडेट्स ने अपने-अपने कार्यों का अभ्यास करके दिखाया। एनसीसी यूनिट ने पूरे ग्राउंड एरिया को चेक किया कि कहीं कोई घायल तो नहीं रह गया है। घायलों को विभिन्न माध्यम अपनाकर भवनों से बाहर निकाला गया और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। बचाव के लिए पिक एंड बैक, फायरमैन लिफ्ट, फॉर एंड एफ्ट, लैडर व ब्लैंकेट तरीके अपनाए गए। जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर के नेतृत्व में प्राथमिक उपचार दिया गया।