पत्रकारिता शिक्षण को सुदृढ़ किए जाने की जरूरत हैः प्रो शैफी किदवई

पत्रकारिता शिक्षण को सुदृढ़ किए जाने की जरूरत हैः प्रो शैफी किदवई

रोहतक, गिरीश सैनी। मीडिया शिक्षण को नवीनतम टेक्नोलॉजी से जोड़ने, कौशल युक्त बनाने, सामाजिक संवेदनाओं को आत्मसात करने तथा भाषायी कौशल पर विशेष रूप से फोकस करने का आह्वान मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी तथा मीडिया कॉन्क्लेव में प्रतिष्ठित मीडिया शिक्षाविदों तथा मीडिया कर्मियों ने किया।

डिजीटल युग में संस्कृति, समाज तथा मीडिया विषयक इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतिम दिन - राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में मीडिया शिक्षण: भविष्य का रोडमैप थीम पर मीडिया कॉन्क्लेव आयोजित किया गया।

इस कांक्लेव की अध्यक्षता करते हुए एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि आज के सूचना संचार प्रौद्योगिकी युग में मीडिया शिक्षकों तथा मीडिया विद्यार्थियों का टेक्नोलॉजी से कदमताल करना होगा। उन्होंने कहा कि मीडिया शिक्षण को डिजिटल माध्यम के जरिए जन मानस तक पहुंचाना होगा। विद्यार्थियों में कंटेंट लेखन तथा सृजनात्मक लेखन का कौशल भी सिखाना होगा। कुलपति ने कहा कि भविष्य में मीडिया शिक्षण-कारपोरेट तथा उद्योग मीडिया की सहभागिता से मीडिया मंथन किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ आमंत्रित किए जाएंगे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अलीगढ़ मुस्लिम विवि, अलीगढ़ के प्रोफेसर शैफी किदवई ने कहा कि पत्रकारिता शिक्षण को सुदृढ़ किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मीडिया शिक्षण के जरिए विद्यार्थियों के ज्ञान तथा कौशल सशक्तिकरण का रास्ता प्रशस्त करना होगा। साथ ही, उनको रोजगार योग्य बनाना होगा। उन्होंने प्रौद्योगिकी के अत्यधिक इस्तेमाल बारे भी चेताया, जिससे मानवीय संवेदनाएं भी प्रभावित हो रही हैं।

कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. शाहिद रसूल ने कहा कि ये युग डिजिटल नैटिव्स का है, वैश्विक नागरिकता का है। ऐसे में मीडिया अध्ययन के जरिए विद्यार्थियों को वैश्विक मीडिया कॅरियर अवसर के लिए तैयार करना होगा। प्रो. शाहिद रसूल ने एक्सीपीरेंस्यिल लर्निंग पर भी फोकस करने की बात कही।

डीन,एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर प्रकाश डाला। एमडीयू पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि इस मीडिया कॉन्क्लेव के जरिए मीडिया शिक्षण का भविष्योन्मुखी रोड मैप को तैयार करने का रास्ता प्रशस्त होगा। भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के डीन प्रो. गोविंद सिंह, अमर उजाला के संपादक योगेश नारायण दीक्षित ने मीडिया शिक्षण में व्यावहारिक कौशल विकसित करने पर जोर दिया। 

इस मीडिया कॉन्क्लेव में प्रतिष्ठित मीडिया शिक्षाविद गुजवि, हिसार से प्रो. मनोज दयाल व प्रो. विक्रम कौशिक, हिमाचल प्रदेश विवि, शिमला से प्रो. विकास डोगरा व डॉ. कंवलजीत सिंह, इग्नू, नई दिल्ली से प्रो. अरुन सेल्वन, पीटीयू, कपूरथला से प्रो. रणबीर सिंह, कुवि, कुरुक्षेत्र से प्रो. बिन्दु शर्मा, जीएनडीयू, क्षेत्रीय केन्द्र, जालंधर से डॉ. नम्रता जोशी, सीडीएलयू, सिरसा से डॉ. अमित सांगवान तथा केन्द्रीय विवि, महेन्द्रगढ़ से डॉ. अशोक कुमार ने मीडिया शिक्षण के विभिन्न पहलुओं पर प्रभावी सुझाव दिए। मीडिया कॉन्क्लेव कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी ने किया। आयोजन सहयोग सहायक प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार ने किया।

मीडिया कॉन्क्लेव आयोजन में डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा, निदेशक युवा कल्याण डॉ. जगबीर राठी, सहायक निदेशक युवा कल्याण डॉ. प्रताप राठी ने सहयोग दिया। एमडीयू के फैकल्टी डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, विद्यार्थी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।