भारत ने विश्व को शून्य की अवधारणा दीः प्रो गुलशन तनेजा

साइंस फॉर ऐवरीवन विषयक साइंस  कॉन्क्लेव संपन्न।

भारत ने विश्व को शून्य की अवधारणा दीः प्रो गुलशन तनेजा

रोहतक, गिरीश सैनी। विज्ञान का प्रभाव न केवल हमारे जीवन पर है, बल्कि विज्ञान करियर के बेहतरीन विकल्प भी प्रस्तुत करता है। प्रतिष्ठित  वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, विज्ञान विषयक विद्वानों ने ये संदेश महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित किए जा रहे साइंस कॉन्क्लेव 2023 में दिया। साइंस फॉर एवरीवन विषयक इस साइंस कॉन्क्लेव का बुधवार को समापन हो गया।

डीन (आर एंड डी) प्रो अरूण नंदा ने बताया कि हरियाणा स्टेट काउंसिल फॉर साइंस इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा प्रायोजित इस दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव में विभिन्न विद्यालयों के लगभग 1500 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

अंतिम दिन भौतिकी विभाग के प्रोफेसर तथा डीन सीडीसी डॉ ए एस मान ने जीवन में विज्ञान के महत्व तथा उपयोगिता की जानकारी दी।
गणित विभाग के प्रोफेसर तथा कुलसचिव प्रो गुलशन लाल तनेजा ने गणित क्षेत्र में भारत के विश्व के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत ने शून्य की अवधारणा विश्व को दी है। भारत के प्रतिष्ठित प्राचीन गणितज्ञों के योगदान को प्रो तनेजा ने रेखांकित किया। उन्होंने जीवन में गणित के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

इस साइंस कॉन्क्लेव में सेना रिक्रूटिंग के निदेशक कर्नल दीपक कटारिया ने भारतीय सशस्त्र सेना में करियर अवसरों की जानकारी दी। भौतिक विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो एससी मलिक, जीव विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो राजेश धनखड़ तथा फार्मास्यूटिकल साइंसेज फैकल्टी डीन प्रो संजू नंदा ने अपने-अपने विषयों में करियर अवसरों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो राजेश पूनिया ने विज्ञान के आश्चर्यजनक पहलुओं तथा विज्ञान के अनछुए पहलुओं की जानकारी विद्यार्थियों से साझा की। स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े विशेषज्ञ अरविन भाटिया ने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता मिशन, अपशिष्ट प्रबंधन बारे जानकारी दी। मंच संचालन डॉ सलोनी कक्कड मेहता ने किया। संचालन सहयोग शोधार्थी सिमरन ने दिया। आभार प्रदर्शन एसोसिएट डीन (आर एंड डी) डॉ के के शर्मा ने किया। इस दो दिवसीय साइंस कॉन्क्लेव में विज्ञान प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।