आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में रोजगारपरक कौशल में महारत हासिल करना बेहद महत्वपूर्ण हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में रोजगारपरक कौशल में महारत हासिल करना बेहद महत्वपूर्ण हैः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में करियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल, कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशंस, इमसार, हिन्दी और संस्कृत विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित- एम्प्लॉयबिलिटी एनहांसमेंट स्किल्स वर्कशॉप शुक्रवार को संपन्न हो गई।

महेंद्रा प्राइड क्लासरूम, नंदी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला के समापन सत्र में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में कहा कि ज्ञान और कौशल को अभिव्यक्त करने की कला सफलता की राह खोलेगी। उन्होंने आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में रोजगारपरक कौशल में महारत हासिल करना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने सफलता प्राप्ति में कम्युनिकेशन स्किल्स, सॉफ्ट स्किल्स और लाइफ स्किल्स की महत्ता को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इनमें दक्षता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच के साथ अपने ज्ञान को अपडेट करने और तकनीकी कौशल को निरंतर बढ़ाने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सीसीसीसी निदेशक प्रो. सुमित गिल और नंदी फाउंडेशन को बधाई दी।

समापन सत्र के प्रारंभ में कंप्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष प्रो. नसीब सिंह गिल ने स्वागत भाषण दिया। उपनिदेशक सीसीपीसी डॉ. सौरभ कांत ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यशाला में शामिल विद्यार्थियों ने अपनी फीडबैक प्रस्तुत करते हुए इस कार्यशाला को उपयोगी बताया। इस दौरान नंदी फाउंडेशन से ट्रेनर भारती चड्डा, श्वेता अरोड़ा, रविंद्र सिंह और रानी सिंह, निदेशक सीसीपीसी प्रो. सुमित गिल, हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णा जून, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता सैनी सहित, कंप्यूटर साइंस, हिंदी, संस्कृत और इमसार के प्राध्यापक और विद्यार्थी मौजूद रहे।