जीएनडीयू के हिंदी- विभाग और भारत विकास परिषद, पंजाब उत्तर द्वारा संयुक्त रूप से प्रांतीय कार्यशाला और विचार गोष्ठी 'कुटुंब प्रबोधन' का आयोजन

अमृतसर: भारत विकास परिषद (पंजाब उत्तर) की प्रांतीय कार्यशाला एवं विचार गोष्ठी 'कुटुंब प्रबोधन' का आयोजन गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के हिंदी-विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जीएनडीयू,अमृतसर में किया गया। श्री विनोद शर्मा, प्रांतीय अध्यक्ष तथा श्री रविंद्र पठानिया, प्रांतीय महासचिव के मार्गदर्शन में यह आयोजन किया गया।
उक्त कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. सुनील कुमार, अध्यक्ष, हिंदी विभाग एवं डीन, भाषा-संकाय, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर थे तथा इस अवसर पर सुशील शर्मा,क्षेत्रीय अध्यक्ष,श्री एस.के पुंज जी,श्री एस.एस गिल, सुमन महाजन, श्री मोहित अग्रवाल जैसे गणमान्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस कार्यशाला का आयोजन 5 सत्रों में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात श्री रविंद्र पठानिया, प्रांतीय महासचिव द्वारा मुख्य मेहमान, क्षेत्रीय, प्रांतीय ब्रांच अध्यक्ष , सचिव, वित्त सचिव तथा गतिविधि संयोजकों का स्वागत और अभिनंदन किया गया। हिंदी-विभाग की शोध छात्रा सुश्री शशि माथुर द्वारा भक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। श्री विनोद शर्मा द्वारा कार्यशाला के उद्देश्यों को सबके सामने रखा गया जिसमें उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य भारत को फिर से स्वस्थ,समृद्ध और सांस्कृतिक दृष्टि से संपन्न बनाना है। श्री सुशील शर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष द्वारा सेवा के महत्व पर बल देते हुए कहा गया की सेवा केवल दान नहीं होती बल्कि यह एक भावना होती है जो कि हर स्वार्थ से परे होती है, उन्होंने जात-पात के भेदभाव को खत्म करते हेतु रामायण का उदाहरण दिया जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी तथा माता शबरी के मिलाप का प्रसंग है। उन्होंने कहा कि भारत ही एक ऐसा देश है जो कि विश्व कल्याण की कामना करता है और अगर महिलाओं के सम्मान की बात करें तो भारत विश्व में अग्रणी है। श्री मोहित अग्रवाल, संगठन सचिव ने भारत विकास परिषद की पूरे वर्ष की होने वाली बैठकों और उसके विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में सभी को जागरूक किया और साथ ही साथ किस तरह हर कार्यक्रम का निर्माण करना है, उसके बारे में बताया गया। श्री कुलभूषण खजुरिया, श्री मोहित अग्रवाल,श्रीमती आरती गुप्ता, श्रीमती शालिका अग्रवाल तथा श्री शिव राजन पुरी,श्री सुमित पुरी द्वारा भारत विकास परिषद के अलग-अलग उद्देश्यों जैसे सेवा ,संस्कार, संपर्क, महिला सहभागिता तथा पर्यावरण पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए गए। श्री एस.के पुंज तथा श्री एस.एस. गिल द्वारा अपने जीवन के अनुभवों को सबके साथ बांटा गया कि कैसे उन्होंने जीवन में अलग-अलग क्षेत्र में उपलब्धियां प्राप्त की हैं। श्री रविंद्र पठानिया, प्रांतीय महासचिव द्वारा नई पीढ़ी को जागरूक किया गया और उन्होंने स्वामी विवेकानंद का संदेश दोहराते हुए कहा कि 'उठो, जागो और तब तक मत रूको,जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।' मुख्य अतिथि प्रो. सुनील कुमार द्वारा अपने भाषण में आज के बच्चों को तैयार करने में पेरेंट्स की भूमिका पर महत्व डाला गया। उन्होंने इसके लिए इतिहास से अनेक उदाहरण दिए कि कैसे उनकी माताओं ने देश की महान शख्सियतों को तैयार किया था, उन्होंने बच्चों को परमात्मा व प्रकृति के साथ जोड़ने तथा शिक्षकों व बुजुर्गों का सम्मान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भौतिकतावादी युग में जरूरतों और इच्छाओं के फर्क को समझाया। प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि आदर्श कुटुंब की स्थापना से ही आदर्श समाज और समृद्ध भारत की संकल्पना साकार हो सकती है। कुटुंब प्रबोधन आज के समय की सर्वाधिक महती आवश्यकता है। जिस प्रकार के सांस्कृतिक सवालों के घेरे में आज का समय है, वहां ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किसी संजीवनी से कम नहीं है। गौरतलब है कि प्रो. सुनील कुमार अखिल भारतीय साहित्य परिषद, पंजाब के प्रांतीय अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के यशस्वी उप-कुलपति प्रो. करमजीत सिंह के कुशल नेतृत्व और प्रेरणा से इन गतिविधियों का सतत आयोजन हिंदी विभाग किया जा रहा है। उनके द्वारा दिया गया भाषण बहुत ही प्रेरणादायक था। श्री शिव गौतम, प्रांतीय पर्यावरण गतिविधि संयोजक द्वारा 'प्लास्टिक हटाओ तथा पर्यावरण बचाओ' की शपथ दिलाई गई। इसके अलावा कार्यक्रम में अमृतसर छेहरटा शाखा से मैडम जनक राज जोशी, सचिव विजय शर्मा, संपर्क गतिविधि संयोजक कमल अभि शर्मा तथा पर्यावरण सचिव दलजीत कोहली, सरस्वती महिला ब्रांच से पैटर्न स्नेह महाजन,अमृतसर मुख्य शाखा से अध्यक्ष सुमित पुरी, सचिव संजीव जैन,वित सचिव टी.आर. महाजन, पर्यावरण सचिव पी.एन. शर्मा,अमृतसर केंद्रीय शाखा से अध्यक्ष एच.एस. वालिया, सचिव सुरेंद्र कुंडल,पर्यावरण गतिविधि संयोजक आर.डी. शर्मा सहित बटाला, गुरदासपुर,पठानकोट,तरनतारन से भी बड़ी संख्या में अध्यक्ष,सचिव तथा गतिविधि संयोजक शामिल थे। इस अवसर पर हिंदी-विभाग के अध्यापक और शोधार्थी उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों को पौधे और श्री दुर्गियाना मंदिर समिति, अमृतसर द्वारा कैलेंडर भेंट किए गये। कार्यक्रम के अंत में अमृतसर सेंट्रल शाखा के अध्यक्ष डॉ. एच.एस. वालिया ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।