विद्यार्थियों को एक्टिव, अलर्ट व अवेयर का मंत्र दिया गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने

गुजवि में इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित।

विद्यार्थियों को एक्टिव, अलर्ट व अवेयर का मंत्र दिया गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने

हिसार, गिरीश सैनी। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि विद्यार्थी यदि अपने जीवन में तीन 'ए' अपना लें तो उनको सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता। ये तीन 'एक्टिव', 'अलर्ट' व 'अवेयर' है, जो श्रीमद भगवत गीता के कर्मयोग, भक्तियोग तथा ज्ञानयोग का ही रूप है। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए आयोजित इंडक्शन प्रोग्राम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की।

स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि हम वहां नहीं होते जहां हमारा शरीर होता है। हम वहां होते है जहां हमारा मन होता है। मन को एकाग्र करके अध्ययन करें और अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाए। उन्होंने कहा कि जीवन में अच्छा या बुरा सब आपके हाथ में है। प्रारम्भ में लक्ष्य पर ध्यान न दिया जाये तो बाद में अवसाद आता है। उन्होंने कहा कि देश में स्मार्ट सिटी योजना तभी सार्थक है जब हम स्मार्ट सिटीजन बने।

उन्होंने विदेशों में पढ़ने के लिए जाने वाले विद्यार्थियों से कहा कि वे संकल्प लेकर जाए कि वे वहां किसी बुरी संगत में पड़ने के लिए नहीं बल्कि पढ़ने के लिए जा रहे हैं। एकाग्र होकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे गीता पढ़ें।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि स्वामी ज्ञानानंद महाराज का उद्बोधन विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वामी ज्ञानानंद के संदेश को अपने जीवन में धारण करने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विवि में शोध व शैक्षणिक सुविधाओं व गतिविधियों के साथ-साथ अन्य गतिविधियों के लिए भी सकारात्मक वातावरण है।

इस अवसर पर एमएससी गणित की छात्रा पूनम, ड्यूल डिग्री बीएससी एमएससी फिजिक्स की छात्रा सुरूचि तथा एमसीए के छात्र नवीन कुमार को बैंक ऑफ बड़ौदा अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रमुख राजीव रंजन को भी सम्मानित किया गया। मंच संचालन उप निदेशक जन संपर्क डॉ. बिजेन्द्र सिंह दहिया ने किया। सांस्कृतिक मामलों की निदेशक डॉ. हिमानी शर्मा ने धन्यवाद संबोधन किया। इस मौके पर विभिन्न अधिकारियों ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की विभिन्न सुविधाओं की जानकारी दी।