गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को समर्पित नगर कीर्तन यात्रा लाखन माजरा पहुंची
हिंदू-सिख एकता की मिसाल है यात्राः पं. मोहन लाल बड़ौली

लाखन माजरा, गिरीश सैनी। नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, भाई दयाला जी, भाई सती दास जी और भाई मति दास जी की शहादत के 350 वर्ष पूरे होने पर निकाली जा रही ऐतिहासिक नगर कीर्तन यात्रा लाखन माजरा स्थित ऐतिहासिक गुरूद्वारा मंजी साहिब पातशाही नौवीं में पहुंची।
साका-ए-चांदनी चौक नगर कीर्तन यात्रा के लाखन माजरा आगमन पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पं. मोहन लाल बड़ौली, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी शमशेर सिंह खरक, हरियाणा शुगरफेड के पूर्व चेयरमैन सरदार हरपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने नगर कीर्तन यात्रा का स्वागत किया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब को श्रद्धापूर्वक नमन कर मत्था टेका। अतिथियों को सिरोपा व दोशाला देकर सम्मानित किया गया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पं. मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि 350 वर्ष पूर्व दिल्ली के चांदनी चौक में नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब और उनके साथियों को इस्लाम स्वीकार न करने के कारण मुगल शासक औरंगजेब के आदेश पर शहीद कर दिया गया था। उन्हीं की स्मृति में यह यात्रा आनंदपुर साहिब से आरंभ होकर दिल्ली के चांदनी चौक तक निकाली जा रही है। उन्होंने इस यात्रा को हिंदू-सिख एकता की मिसाल करार दिया।
उल्लेखनीय है कि यह नगर कीर्तन यात्रा 11 जुलाई को श्री आनन्दपुर साहिब (पंजाब) से शुरू की गई थी, जो विभिन्न ऐतिहासिक गुरूद्वारों से होते हुए हरियाणा पहुंची। लाखन माजरा से रोहतक गुरूद्वारा श्री बंगला साहिब के लिए प्रस्थान कर गयी। यात्रा के मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत व अभिनंदन किया।