व्यवसाय तथा उद्यमिता क्षेत्र की अनिश्चितताओं के मध्य रास्ता निकालना कुशल उद्यमी की पहचानः प्रो. एडवर्ड बकिंघम

व्यवसाय तथा उद्यमिता क्षेत्र की अनिश्चितताओं के मध्य रास्ता निकालना कुशल उद्यमी की पहचानः प्रो. एडवर्ड बकिंघम

रोहतक, गिरीश सैनी। एंटरप्रेन्योरशिप को सामाजिक-सामुदायिक सरोकारों से जोड़ने तथा सांगठनिक मामलों में विभिन्न स्टेक होल्डर्स में विश्वास सुनिश्चित करने का संदेश प्रतिष्ठित प्रबंधन विशेषज्ञ तथा मोनाश बिजनेस स्कूल, मेलबर्न (आस्ट्रेलिया) के प्रोफेसर डा. एडवर्ड बकिंघम ने एमडीयू में आयोजित वाइस चांसलर डिस्टिंगुइशेड लेक्चर सीरीज में दिया।

इमसॉर, आईएचटीएम तथा फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस विशेष व्याख्यान में प्रो. एडवर्ड बकिंघम ने कहा कि व्यवसाय तथा उद्यमिता क्षेत्र में अनेक अनिश्चितताएं होती हैं, इन अनिश्चित कारकों के मध्य रास्ता निकालना कुशल उद्यमी की पहचान हैं। उन्होंने निवेश की बारीकियों पर भी प्रकाश डाला। प्रो. एडवर्ड ने व्याख्यान उपरांत विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान ने कहा कि प्रबंधन एक कला तथा विज्ञान है। प्रबंधन कौशल विकसित करने के लिए विद्यार्थियों को सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश के साथ-साथ संचार कौशल भी सीखना होगा। इमसॉर निदेशक प्रो. सत्यवान बरोदा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। एफडीसी निदेशक प्रो. संदीप मलिक ने आभार जताया। इस दौरान डीन मैनेजमेंट एंड कॉमर्स प्रो. ऋषि चौधरी, निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया, कामर्स विभागाध्यक्ष प्रो. राजपाल, इकोनॉमिक्स विभागाध्यक्ष डा. राजेश कुमार सहित विभागीय शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।