मनोविज्ञान विभाग में कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

मनोविज्ञान विभाग में कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी पर विस्तार व्याख्यान आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के मनोविज्ञान विभाग द्वारा कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी (सीबीटी) विषय पर एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। यूनाइटेड किंगडम की बकिंघमशायर यूनिवर्सिटी में सीबीटी प्रोग्राम्स की निदेशक डॉ. मल्लिका शर्मा ने बतौर वक्ता ये व्याख्यान दिया। डॉ. शर्मा यूनाइटेड किंगडम की हेल्थ एंड केयर प्रोफेशन्स काउंसिल से पंजीकृत क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं और ब्रिटिश एसोसिएशन फॉर बिहेवियरल एंड कॉग्निटिव साइकोथैरेपीज से मान्यता प्राप्त सीबीटी थेरेपिस्ट भी हैं। वे विभाग की गौरवशाली पूर्व छात्रा भी हैं।

 

अपने व्याख्यान में डॉ. मल्लिका शर्मा ने प्रभावी थेरेपी और काउंसलिंग सत्रों के संचालन की व्यावहारिक रणनीतियों को साझा किया। उन्होंने थैरेपीयूटिक रिलेशनशिप के निर्माण, सत्रों की संरचना और साक्ष्य-आधारित सीबीटी तकनीकों के उपयोग पर विशेष बल दिया। उन्होंने छात्रों को वास्तविक जीवन की क्लिनिकल परिस्थितियों से निपटने के उपयोगी सुझाव भी दिए, जो भावी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए अत्यंत लाभदायक रहे।

 

प्रारंभ में विभागाध्यक्ष प्रो. अंजलि मलिक ने स्वागत भाषण देते हुए विद्यार्थियों में व्यावहारिक मनोवैज्ञानिक कौशल विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस दौरान प्रो. दीप्ति हुड्डा, डॉ. शशि रश्मि और डॉ. सर्वदीप कोहली सहित विभाग के अन्य संकाय सदस्य भी मौजूद रहे। छात्रों ने व्याख्यान में उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए मनोवैज्ञानिक व्यवहार की बारीकियों को गहराई से समझा।