परिवर्तन यात्रा के बीच अभय चौटाला से बातचीत 

स्वास्थ्य सुविधा कहां ? जब प्राइवेट अस्पताल का उद्घाटन और सिविल की उपेक्षा 

परिवर्तन यात्रा के बीच अभय चौटाला से बातचीत 

-कमलेश भारतीय 
इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव और ऐलनाबाद से विधायक अभय चौटाला की परिवर्तन यात्रा को अब न केवल जनता बल्कि परिवार के लोगों का साथ भी खुलकर मिल रहा है । पहले दिन से जहां धर्मपत्नी कांता चौटाला साथ चलीं तो बहू सुनयना भी ! बेटा कर्ण चौटाला भी । सारी तैयारियां चुपके से वही करते हैं । और कल तक हिसार के अर्बन एस्टेट से चल कर छोटी बहन अंजलि चौटाला भी शामिल हो गयीं और जनसभा मे बड़े भाई के पांव छूकर आशीष ली ! यह नरवाना के निकट ढाकल गाव की शाम का प्यारा सा दृश्य है जब रक्षाबंधन का धर्म सामने आया । जब हिसार में शाम को खूब बारिश होने लगी तब एकबार तो हमारे इरादे डगमगाये लेकिन फिर भूपेंद्र कस्बां का फोन आया कि नरवाना की ओर एक भी बूंद नहीं है , चले आइये ! फिर प्रमोद बागड़ी और सुरेंद्र सहरावत आ गये और हम चल दिये ढाकल की ओर ! हम अभय चौटाला की यात्रा से भी पहले पहुंच गये । वहां आतिशबाजी की तैयारियां हो रही थीं और लड्डुओं की भी !  रंगबिरंगी चुनरिया पहने महिलायें भी थीं और पगड़ियां लेकर वृद्ध अभय को पहनाने के लिये हाथों में लिये इंतजार कर रहे थे । लोग पहुंचने शुरू हो चुके थे । मंच के सामने बहुत सुंदर पनघट नजर आ रहा था । इतने में परिवर्तन यात्रा भी पहुंच गयी और खराब गले के चलते छोटा सा भाषण ही दिया । वृद्धों ने पगड़ियां सिर पर रख आशीष दी । वैसे भाषण का अंदाज वही है अपने दादा और पिता जैसा । शुरू में पूछते हैं सबका हालचाल और खेतीबाड़ी का हाल ! वे कहते हैं ठीक है और वहीं से पकड़ लेते हैं बताओ क्या ठीक है ? खाद तक का पोर्टल बना दिया ! रोजगार आपके बच्चों के लिये नहीं । क्या इसे ठीक कहते हो ? इसे जारी रखना है या परिवर्तन करना है ? मंत्र परिवर्तन करो ! परिवर्तन करो ! जो मिले उसे कहो परिवर्तन ! और फिर हमारी छोटी पहेलियों के जवाब दिये ।

-किसान ?
-दुगुनी आमदनी का वादा था प्रधानमंत्री का । उल्टे खर्च दुगुना हो गया । तीन कृषि कानून लादने की कोशिश किसानों ने फेल कर दी । एक मैं ही था जिसने इनके हक में इस्तीफा दिया ।
-महिला ?
-आंगनबाड़ी वर्कर्रज हों या आशा वर्कर , या फिर शिक्षिकाएं तीनों सड़क पर हैं ! ऊपर से महिला कोच का यौन उत्पीड़न करने वाले मंत्री ! कहां हैं बेटी बचाओ और, बेटी पढाओ ?
-कर्मचारी ?
-ओल्ड पेंशन लागू करूंगा । हर वर्ग का कर्मचारी परेशान है । गेस्ट टीचर्स पर कोई फैसला नहीं ।
-स्वास्थ्य?
- हिसार में मंत्री महोदय प्राइवेट अस्पताल का उद्घाटन करें और सिविल अस्पताल की ओर से आंख मूंद कर निकल जायें तो कैसी सुविधा ? 
-सरपंच ?
-सारे अधिकार खत्म । मागने पर लाठीचार्ज! 
-यात्रा ?
-यात्रा ने मुझे भी परिवर्तित कर दिया । मालूम नहीं था इतना प्यार मिलेगा , साथ मिलेगा ! विरोधी नेता कहते थे अभय बीच में छोड़कर भाग जायेगा लेकिन लोगों ने इतना प्यार दिया कि सचमुच यात्रा मजेदार हो गयी ।
इस तरह यह यात्रा अपने कल के अंतिम पड़ाव नरवाना की ओर बढ़ चली और हम वहीं से लौट आये !