ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाली ड्रेनों की क्षमता बढ़ाई जाएगीः डीसी सचिन गुप्ता

उपायुक्त ने आधा दर्जन से अधिक गांवों में जल निकासी का निरीक्षण किया।

ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाली ड्रेनों की क्षमता बढ़ाई जाएगीः डीसी सचिन गुप्ता

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा है कि कृषि भूमि से जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए गांव से निकलने वाली सभी ड्रेनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। उन्होंने प्रभावित किसानों का आह्वान किया कि वे ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 15 सितम्बर 2025 तक फसलों के नुकसान को दर्ज करें ताकि उन्हें मुआवजा मिल सके।

उपायुक्त ने गांव भालौठ, आसन, पाकस्मा, समचाना व कसरैंटी सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों में जल निकासी के कार्यों का निरीक्षण करने के दौरान ग्रामीणों से बातचीत के दौरान बताया कि भविष्य में कृषि भूमि में पानी न खड़ा हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जल निकासी की स्थायी परियोजना तैयार करें ताकि उन्हें वार्षिक फ्लड एजेंडा में शामिल करवाया जा सके। उन्होंने कृषि भूमि से जल्द से जल्द पानी निकासी के लिए अतिरिक्त संसाधनों का प्रयोग करने के निर्देश भी दिए।

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों से भी कहा कि वे पंचायत फंड का उपयोग करके जल निकासी के कार्य में और अधिक तेजी लाए। उन्होंने पंचायतों को निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्राधिकार में आने वाली सभी ड्रेनों पर ठीकरी पहरा दें। साथ ही सिंचाई विभाग भी इन ड्रेनों की निगरानी करेगा। किसी ड्रेन में दरार आने पर उसे तुरंत प्रभाव से ठीक किया जाए।

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने गांव भालौठ में जल निकासी के कार्यों का, गांव आसन में किलोई लिंक ड्रेन का, गांव पाकस्मा में ड्रेन के साथ-साथ खेतों में खड़े पानी की निकासी का, गांव कसरैटी में जल निकासी के कार्यों, गांव के जोहड़ और ड्रेन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सांपला के एसडीएम उत्सव आनंद, रोहतक के एसडीएम आशीष कुमार, डीआरओ प्रमोद चहल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।