मंगल कार्य भगवान के मोक्ष से संपूर्ण होता हैः जैन मुनि प्रणम्य सागर
महामहोत्सव के अंतिम दिन विश्व शांति महायज्ञ किया।

रोहतक, गिरीश सैनी। मोक्ष कल्याण का दिवस, पंचकल्याणक के अवसर पर गर्व, तप, जन्म और ज्ञान कल्याणक के मंगल कार्य की समाप्ति का दिवस है। कोई भी मंगल कार्य भगवान के मोक्ष से संपूर्ण होता है। यह उद्गार जैन मुनि प्रणम्य सागर महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहे। स्थानीय दिगंबर जैन मंदिर सराय मोहल्ला एवं सकल जैन समाज द्वारा झज्जर रोड स्थित भगवान शांतिनाथ जैन मंदिर, जैन जती में आयोजित पंचकल्याणक एवं मोक्ष कल्याणक महामहोत्सव के अंतिम दिन दो नवनिर्मित वेदी में प्रतिमाओं को इन्द्रों द्वारा विराजमान किया। यह जानकारी देते हुए राजीव जैन ने बताया कि नित्यमय पूजन, आदिनाथ का कैलाश पर्वत पर दर्शन, कल्याण की पूजा और विश्व शांति महायज्ञ किया गया।
जलाभिषेक एवं शांति धारा विजय जैन, राजीव जैन के परिवार सहित सभी श्रद्धालुओं ने की। प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी नितिन भैया ने विनय पाठ, नवदेवता पूजा, कल्याणक पूजा करवाई और अष्ट द्रव समर्पित किया। संगीतमय मंगल आरती की गई। भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं को मुनि महाराज ने आशीर्वाद दिया। इस दौरान समाजसेवी विजय कुमार जैन, पं. हरेन्द्र शास्त्री, पं. सनक कुमार, पं. विनोद कुमार, संस्था प्रधान अतुल जैन, अजय जैन, चक्रेश जैन, मनोज जैन पंसारी, शलेष जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।