Hindi Literature

मेरी यादों में जालंधर- भाग सत्रह 

मेरी यादों में जालंधर- भाग सत्रह 

क्या मोहन राकेश ही कालिदास तो नहीं थे? 

मेरी यादों में जालंधर -भाग सोलह 

मेरी यादों में जालंधर -भाग सोलह 

दिल को छू लेती है आज भी मासूम हंसी! 

मेरी यादों में जालंधर- भाग पंद्रह

मेरी यादों में जालंधर- भाग पंद्रह

थियेटर की दुनिया के खुबसूरत मोड़ ! 

मेरी यादों में जालंधर - भाग चौदह 

मेरी यादों में जालंधर - भाग चौदह 

नाटक के लिए छोड़ दी ऊ़ची पदवी! 

पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के उर्दू विभाग ने मुशायरा का आयोजन किया: रेत जैसा मेरे हाथों से फिसलता क्या है

पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के उर्दू विभाग ने मुशायरा...

पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के उर्दू विभाग द्वारा पंजाब उर्दू अकादमी मालिरकोटला...

मेरी यादों में जालंधर- भाग ग्यारह 

मेरी यादों में जालंधर- भाग ग्यारह 

अश्क और‌ मोहन राकेश के ठहाके...

मेरी यादों में जालंधर - भाग नौ

मेरी यादों में जालंधर - भाग नौ

पुराने चावलों जैसे महकते दोस्त....

मेरी यादों में जालंधर-भाग आठ

मेरी यादों में जालंधर-भाग आठ

जहाँ कदम बढ़े पत्रकारिता की ओर‌....