युवा समारोह कला, संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजने का मंच होते हैः डॉ. वंदना बिश्नोई

युवा समारोह कला, संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजने का मंच होते हैः डॉ. वंदना बिश्नोई

हिसार, गिरीश सैनी । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 11वें इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल में गुजवि तथा संबद्ध महाविद्यालयों की जोनल यूथ फेस्टिवल की विजेता तथा उपविजेता टीमें अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। कार्यक्रम के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि गुजवि की प्रथम महिला एवं शिक्षाविद डॉ. वंदना बिश्नोई ने शुभारंभ किया। संगीतज्ञ डॉ. मुदिता वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रही।

विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. वंदना बिश्नोई ने कहा कि युवा समारोह कला और संस्कृति का एक अत्यंत अनूठा संगम होता है। यह परंपराओं को सहेजने का एक मंच भी है। विद्यार्थी इसके माध्यम से अपनी सांस्कृतिक एवं अभिव्यक्ति कौशल प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि यूथ फेस्टिवल की नृत्य, संगीत, नाट्य, साहित्यिक तथा ललित कलाओं से संबंधित सभी विधाएं मानव के जीवन में खुशी, शांति, बौद्धिक कौशल तथा कला के सौंदर्य को प्रकट करती हैं।

डॉ. मुदिता ने कहा कि कोई भी राष्ट्र युवाओं के माध्यम से प्रगति करता है। उन्होंने युवाओं से अपनी ऊर्जा का सकारात्मक प्रयोग करने का आह्वान करते हुए अनुशासन को भी सफलता के अति आवश्यक बताया।

निदेशक कल्चरल अफेयर्स डॉ. हिमानी शर्मा ने अपने स्वागत संबोधन में दूसरे दिन होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. योगश छाबा भी मौजूद रहे। दूसरे दिन हरियाणवी आर्केस्ट्रा, इंडियन क्लासिकल आर्केस्ट्रा, कव्वाली, हरियाणवी व हिंदी स्किट, क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो (प्रक्यूशन), क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो ( नॉन प्रक्यूशन), क्लासिकल वोकल सोलो तथा वेर्स्टन वोकल सोलो की विधाएं तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता हुई।