पारंपरिक रीति-रिवाज एवं मंत्रोच्चारण के साथ किया माँ दुर्गा का बोधन
बंगाली समुदाय के तत्वावधान में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा दुर्गा पूजा उत्सव।

रोहतक, गिरीश सैनी। शक्ति की आराध्या देवी माँ दुर्गा का उत्सव 'दुर्गा पूजा' रोहतक के बंगाली समुदाय के तत्वावधान में स्थानीय जाट भवन में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
विस्तृत जानकारी देते हुए सुनित मुखर्जी ने बताया कि रविवार को षष्ठी तिथि के अवसर पर माँ दुर्गा का बोधन पारंपरिक रीति-रिवाज एवं मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। सभी ने श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि में भाग लिया। पूजा पंडाल में माँ दुर्गा के साथ साथ भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय, माँ सरस्वती और माँ लक्ष्मी की प्रतिमाएं भी शोभायमान हैं। बंगाल से आए पंडित दीनबंधु चक्रवर्ती ने माँ दुर्गा की स्तुति में मंत्र उच्चारण किया औऱ स्वागत चक्रवर्ती ने पूजा विधि विधान में सहयोग दिया।
मुख्य संयोजक सोमेन मलिक ने बताया कि दुर्गा पूजा उत्सव 2 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर बंगाली समुदाय के नागरिक एमडीयू के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ घोष राय, अंजली घोष राय, नीतू बालिक, कविता, मानवेंद्र इंद्रा, प्रशांत साहा राय, डोल आलोक सेन, काजल सेना, अनुराधा चैटर्जी, सुनित मुखर्जी सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे। दुर्गा पूजा में पारंपरिक ढाक वादन बंगाल से आए ढाकी साधु रूही दास तथा राजीव दास ने किया। ढाक के थाप पर श्रद्धालु झूम उठे। षष्ठी तिथि पर माँ दुर्गा को समर्पित संध्या आरती का भी आयोजन किया गया। सायंकालीन आरती उपरांत आयोजित गरबा नाइट में महिलाएं एवं युवा जमकर थिरके।