दोआबा कॉलेज जालंधर में छात्रों की भागीदारी के साथ विश्व ध्यान दिवस मनाया गया

दोआबा कॉलेज जालंधर में छात्रों की भागीदारी के साथ विश्व ध्यान दिवस मनाया गया
दोआबा कॉलेज में आयोजित विश्व ध्यान के समारोह में ध्यान लगाते हुए कालेज के स्टाफ व विद्यार्थी । साथ में पदयात्रा में भाग लेते हुए प्रतिभागी ।

जालंधर,  22 दिसम्बर, 2025:  दोआबा कॉलेज, जालंधर ने आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से 21 दिसंबर, 2025 को विश्व ध्यान दिवस मनाया। यह उत्सव उत्साह के साथ मनाया गया, जो नवजीवन, आशा और प्रकाश की क्रमिक वापसी का प्रतीक है। कार्यक्रम में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और शिक्षकों एवं स्टाफ के साथ मिलकर ध्यान और आंतरिक कल्याण के लाभों का अनुभव किया।

प्रधानाचार्य डॉ. प्रदीप भंडारी ने आर्ट ऑफ लिविंग से सिद्धांत राणा, पुलकित, रोहित और अंचल का स्वागत किया और आज की तेज़ रफ़्तार दुनिया में शैक्षणिक तनाव को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने, भावनात्मक संतुलन बनाए रखने और समग्र व्यक्तिगत विकास के लिए छात्रों के लिए ध्यान के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की शुरुआत 2 किलोमीटर की जागरूकता पदयात्रा से हुई, जिसका नेतृत्व मुख्य रूप से छात्रों ने किया। इसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य और सचेत जीवन शैली के बारे में जागरूकता फैलाना था। इसके बाद श्री पुलकित (आर्ट ऑफ लिविंग) द्वारा भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति हुई, जिससे निर्देशित ध्यान सत्र से पहले एक शांत और चिंतनशील वातावरण बना।

ध्यान सत्र के दौरान, छात्रों ने तनाव प्रबंधन, एकाग्रता बढ़ाने और विचारों की स्पष्टता पर केंद्रित सरल और व्यावहारिक तकनीकों का अनुभव किया, जिससे उन्हें स्वस्थ आदतें विकसित करने के लिए प्रोत्साहन मिला जो शैक्षणिक उत्कृष्टता और व्यक्तिगत कल्याण दोनों में सहायक हों। सत्र में इस बात पर जोर दिया गया कि छोटी दैनिक गतिविधियाँ भी छात्रों को लचीलापन, सकारात्मकता और जुड़ाव की भावना विकसित करने में मदद कर सकती हैं।

कार्यक्रम का समापन प्रो. गरिमा चोढ़ा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जबकि साक्षी भारद्वाज ने कार्यक्रम का सुचारू संचालन किया।