महिला छात्रावास, खेल विभाग में सुधार और बीसीए पाठ्यक्रम में विस्तार प्राथमिकतायें : प्रो दीप्ति धर्माणी 

महिला छात्रावास, खेल विभाग में सुधार और बीसीए पाठ्यक्रम में विस्तार प्राथमिकतायें : प्रो दीप्ति धर्माणी 

-कमलेश भारतीय। 
महिला छात्रावास बनवाना, खेल विभाग के लिए संसाधन जुटाना और उद्योग क्षेत्र के सहयोग से चल रहे बीसीए पाठ्यक्रम की तरह रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को त्वरित लागू करना मेरी तात्कालिक प्राथमिकताएं हैं । यह कहना है भिवानी के चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय की नवनियुक्त कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी का । 
वे मेरे लिए अपरिचित नहीं, बल्कि तब से परिचय है, जब मैं हिसार में रिपोर्टर बन कर आया।  इस तरह इनसे सिरसा में ही अनेक बार मिलने के अवसर बने और इनके आतिथ्य का अवसर भी मिला। बाद में धर्माणी सूचना के अधिकार आयोग में  कमिश्नर के गरिमापूर्ण पद पर रहे । 
-आपका जन्म कहां हुआ यानी मूलतः आप कहां से संबंध रखती हैं? 
-मैं हरियाणावासी हूँ और मेरा जन्म हिमाचल के कांगड़ा के नगरोटा बगवां में हुआ। 
-आपकी पढ़ाई लिखाई कहां-कहा़ं से हुई ?
-आठवीं तक दिल्ली में, मैट्रिक हिसार के सीनियर मॉडल स्कूल से, फिर गवर्नमेंट कॉलेज, हिसार से एम. ए. अंग्रेज़ी तक हिसार में ही शिक्षा प्राप्त की। एम. फिल. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से प्रो. सुरेन्द्र सिंह सांगवान के निर्देशन में की। अंग्रेज़ी में पीएचडी कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से प्रो. एस. डी. शर्मा के निर्देशन में की । 
-दिल्ली से हिसार कैसे ? 
-मेरे पिता बृजमोहन इस्सर सिंचाई विभाग में सर्कल ड्राफ्ट्समैन थे और हम मॉडल टाउन में रहते थे । 
-पहली नौकरी कहां और फिर कहां से कहा़ं ? 
-पहली नौकरी अंग्रेज़ी प्राध्यापिका के रूप में आदर्श महिला महाविद्यालय, भिवानी में । फिर सिरसा के सी. एम. के. नेशनल गर्ल्स कॉलेज में 22 वर्ष तक अध्यापन किया । इसके बाद चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में सन् 2007 से सन् 2022 तक अंग्रेजी विभाग में कार्यरत रहते हुए अनेक प्रशासकीय दायित्व निभाए, जिसमें युवा कल्याण विभाग के निदेशक तथा अधिष्ठाता अकादमिक मामले मुख्य हैं। अब भिवानी के चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय में कुलपति के पद कार्यरत हूं। मैं  सिरसा के सी. एम. के. नेशनल कॉलेज की प्रबंधन समिति व चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के सभी कुलपतियों की आभारी हूँ, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मुझे प्रशासनिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर दिया । 
-कॉलेज में आपकी क्या-क्या गतिविधियां रहीं ?
-मैं पढ़ने के साथ-साथ गायन की प्रतियोगिताओं में भाग लेती थी । 
-आपको कौन से सम्मान मिले? 
-हिसार में गवर्नमेंट कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करते समय विश्वविद्यालय मेरिट के आधार पर बी. ए. में छात्रवृत्ति । कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर कलर अर्थात मैडल प्राप्त किया । 
-परिवार के बारे में बताइए । 
-पति श्री भूपेंद्र धर्माणी, जो प्रतिष्ठित पत्रकार और बाद में हरियाणा के सूचना का अधिकार आयोग में कमिश्नर रहे । एक बेटा प्रणव जो विवाहित है और रोहतक के आई. आई. एम.  में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और पुत्रवधु मधुरिमा भी इसी संस्थान में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं ।
-कुलपति के रूप में आपकी प्राथमिकताएं? 
-दस साल से बने विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए एक भी छात्रावास नहीं तो कम से कम एक छात्रावास तुरंत बनवाने का लक्ष्य । इसी प्रकार भिवानी में खेलों के प्रति बहुत उत्साह है जिसके चलते विश्वविद्यालय बनाने का एक उद्देश्य खेल संसाधन तथा पाठयक्रम बनाना भी एक प्राथमिकता है । इसके अतिरिक्त परीक्षा प्रणाली में सुधार तथा नयी शिक्षा नीति के तहत रोजगारपरक डिग्री, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा पाठ्यक्रम को चलाना मेरी प्राथमिकताओं में शामिल हैं।