आतिशी नहीं मानी तो क्या होगा? 

आतिशी नहीं मानी तो क्या होगा? 

-*कमलेश भारतीय
`आप’ संकट में है। राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल‌ में हैं। उनसे पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल‌ में हैं और सबसे पहले सत्येन्द्र जैन जेल‌ में भेजे गये । बस, एक राहत की खबर है आप के लिए कि दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में संजय सिंह को जमानत मिल गयी है ।  सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि संजय सिंह के पास से न पैसा मिला और न ही कोई सुराग ।  संजय सिंह राजनीतिक गतिविधियां जारी रख सकते हैं लेकिन इस मामले से संबंधित बयान नहीं दे सकेंगे । 
इसके बावजूद दिल्ली की आप सरकार में मंत्री आतिशी का नया आरोप सामने आया है कि उनके एक करीबी व्यक्ति ने कहा कि अगर वह भाजपा में शामिल नहीं होती हैं तो एक महीने के भीतर ईडी गिरफ्तार कर लेगी । यही क्यों दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज, विधायक दुर्गेश पाठक और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार किया जायेगा । यह मीडिया की कोई ब्रेकिंग न्यूज नहीं है। यह खबर किसी के पास सबसे पहले नहीं आई और न ही आयेगी । वैसे राघव चड्ढा पहली बार पिता बनने वाले हैं, ऐसी खबरें आ रही हैं। पापा बनने से पहले कहां होंगे ? 
वैसे, मनीष सिसोदिया भी यही कह रहे थे कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की ऑफर आ रही है, बस, केजरीवाल का साथ छोड़ दो । यह बात सच थी या झूठ, मनीष सिसोदिया उप मुख्यमंत्री भी न रहे बल्कि जेल में बंद हैं । तो क्या ऑफर मान लेनी चाहिए थी ? या यह एक पार्टी पर आरोप लगाकर गिरफ्तारी से बचने के लिए दिया गया बयान था ? या आतिशी भी अंदर से डर  गयी हैं और ऐसे बयान दे रही हैं ? 
वैसे लोकसभा चुनाव से पहले ईडी ने जितनी फुर्ती दिखाई है, काश! यह समय रहते उठाई होती तो इसकी कार्यवाही पर ज़रा सा भी कोई सवाल करने का मौका नहीं मिलता।  आप नेता व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जेल भेजा जाना, क्या लोकसभा चुनाव से जुड़ा है या भ्रष्टाचार से ? यदि यह भ्रष्टाचार को दूर करने का उपाय है तो सराहनीय है और यदि केजरीवाल भी संजय सिंह की तरह जमानत पा जाते हैं तो इस पर सवाल उठ खड़े होंगे, ऐसा लगता है।  
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।