दोआबा कॉलेज में श्री गुरू तेग बहादुर जी- एक एजुकेशनिस्ट पर वैबिनार आयोजित

दोआबा कॉलेज में श्री गुरू तेग बहादुर जी- एक एजुकेशनिस्ट पर वैबिनार आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित वैबिनार में डा. राकेश बावा उपस्थिती को सम्बोधित करते हुए। 

जालन्धर: दोआबा कॉलेज के शिक्षा विभाग द्वारा श्री गुरू तेग बहादुर जी- एक एजुकेशनिस्ट पर वैबिनार का आयोजन किया गया जिसमें डा. राकेश बावा- गुरू नानक खालसा कॉलेज, ड्रोलीकलां बतौर रिसोर्स पर्सन उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. अविनाश चंन्द्र-विभागध्यक्ष, प्राध्यापकों एवं 90 पार्टिसिपेंटस ने किया। रिसोर्स पर्सन का स्वागत करते हुए प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि पंजाब गुरूओं की धरती मानी जाती है और श्री गुरू तेग बहादुर जी का मानवता की रक्षा के लिए दिया गया बलिदान कभी भी भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने जीवन के मूल्यों से समझोता नहीं किया। डा. राकेश बावा ने श्री गुरू तेग बहादुर जी के दार्शनिक और समाजिक सरोकारों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि साक्षर और शिक्षित व्यक्ति के बीच में यह अन्तर होता है कि साक्षर व्यक्ति पढ़कर ऊँचा स्थान प्राप्त कर सकता है जबकि शिक्षित व्यक्ति ज्ञान को आत्मसात करके समाज को नई दिशा प्रदान कर सकता है। गुरू तेग बहादुर जी ने जनसाधारण को सदा सच बोलो, परोपकार करो, अच्छे मनुष्य बनो और पाँच विकारों से हमेशा दूर रहने का उपदेश दिया।