केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने -नमस्ते रोहतक व्हाट्सएप ग्रीवेंस रिड्रेसल चैटबोट का शुभांरभ किया

क्यूआर आधारित फीडबैक सिस्टम भी किया लॉन्च।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने -नमस्ते रोहतक व्हाट्सएप ग्रीवेंस रिड्रेसल चैटबोट का शुभांरभ किया

रोहतक, गिरीश सैनी। नागरिक-केंद्रित, पारदर्शी और तकनीक आधारित सुशासन को बढ़ावा देते हुए केंद्रीय विद्युत तथा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने रोहतक जिला प्रशासन की दो महत्वपूर्ण डिजिटल पहलों - नमस्ते रोहतक (व्हाट्सएप-आधारित शिकायत निवारण चैटबोट) और प्रशासन की पहल (क्यूआर-आधारित नागरिक फीडबैक सिस्टम) -  का शुभारंभ किया। ये दोनों पहले रोहतक प्रशासन की पहल अभियान का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में तेज, जवाबदेह और सुलभ सेवाएँ सुनिश्चित करना है। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने इन दोनों प्लेटफॉर्म की कार्यप्रणाली, उपयोगिता और संभावित प्रभाव पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हर प्रशासन का पहला दायित्व है कि जनता की समस्याएं समयबद्ध, पारदर्शी और आसान तरीके से हल हों। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवाएँ आसान और सुलभ होनी चाहिए। आधुनिक तकनीक अपनाकर जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान देना प्रशासन की जिम्मेदारी है। रोहतक प्रशासन द्वारा शुरू किए गए दोनों पोर्टलों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ये नागरिकों का समय और मेहनत, दोनों बचाएंगे। इन आधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म से नागरिकों को अब शिकायत दर्ज कराने अथवा फीडबैक देने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।


केंद्रीय मंत्री ने नमस्ते रोहतक ग्रीवेंस रिड्रेसल चैटबोट ( व्हाट्सएप नंबर: 8008001798) लॉन्च किया, जिसके माध्यम से नागरिक बेहद सरल तरीके से अपनी समस्या दर्ज करा सकेंगे। नागरिक व्हाट्सऐप पर नमस्ते रोहतक भेजकर प्रक्रिया शुरू करते हैं। एक बार रजिस्ट्रेशन में नाम, ग्रामीण/शहरी विकल्प, फिर गाँव-ब्लॉक या वार्ड-कॉलोनी का चयन किया जाता है। इसके बाद विभाग श्रेणी और संबंधित विभाग चुना जाता है। शिकायत दर्ज करने के विकल्प सीधे टाइप करके, या अधिकतम तीन तस्वीरें अपलोड कर, जैसे लिखित शिकायत की फोटो। नागरिक स्थान/पता दर्ज करते हैं। एक पूर्ण सारांश स्क्रीन पर दिखता है। सबमिट करने पर यूनिक टिकट नंबर होता है। छोटी शिकायतें निर्धारित समय सीमा (48 घंटे) में निवारण। तकनीकी/ बड़ी शिकायतें विभाग द्वारा अपेक्षित समय की जानकारी नागरिक को भेजी जाएगी। सभी शिकायतें विभागों को रियल-टाइम में भेजी जाती हैं।

 

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने जिला कार्यालयों में स्थापित किए जा रहे क्यूआर-आधारित फीडबैक सिस्टम की भी शुरुआत की। यह सिस्टम सरकारी कार्यालयों में आने वाले नागरिकों के अनुभव को रियल-टाइम में कैप्चर करता है। ऑफिस के प्रवेश द्वार पर लगाए गए क्यूआर स्टैंडी/पोस्टर के माध्यम से नागरिक क्यूआर कोड स्कैन करते हैं। डिजिटल फीडबैक फॉर्म खुलता है। कार्यालय का नाम, दिनांक, नाम और मोबाइल नंबर भरते हैं। सेवा/अनुभव को रेट करते हैं। टिप्पणी या सुझाव दर्ज कर सकते हैं। यह पूरी तरह गोपनीय, तेज और पेपरलेस है। क्यूआर प्रणाली पहले ही रोहतक पुलिस में सफलतापूर्वक लागू की जा चुकी है, इसी मॉडल को अब सभी जिला कार्यालयों में विस्तार दिया जा रहा है।

पारदर्शी एवं रियल-टाइम फीडबैक प्रणाली सेवा-स्तर में सुधार और कमियां दूर करना, प्रशासनिक जवाबदेही को मजबूत करना, नागरिक विश्वास को बढ़ाना, कार्यालयों में लंबी कतारों और भौतिक शिकायतों को कम करना, डेटा-आधारित निर्णय लेने को बढ़ावा देना है। जिला प्रशासन द्वारा फीडबैक की निरंतर निगरानी, छोटी शिकायतों का 48 घंटों में समाधान, बड़ी खामियां विभाग नागरिक को समय सीमा साझा करेगा, प्रत्येक विभाग की मासिक समीक्षा—फीडबैक संकेतकों के आधार पर होगी।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए हरियाणा में कई तकनीक-आधारित शिकायत निवारण प्रणालियां विकसित की गई, जिनसे प्रशासन ज्यादा पारदर्शी और जवाबदेह बना। ऑनलाइन सिस्टम ने भ्रष्टाचार कम किया, देरी घटाई, नागरिकों की दिक्कतों को कम किया, सेवाएं सीधे जनता तक पहुँचाना आसान बनाया है। उन्होंने बिहार की जनता को भी एनडीए का समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि चुनाव पूरी तरह पारदर्शी रहे। उन्होंने कांग्रेस पर बिना आधार के आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए मतदाता सूची शुद्धिकरण को आवश्यक बताया।

इस दौरान उपायुक्त सचिन गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह, एसडीएम सांपला उत्सव आनंद, एसडीएम रोहतक आशीष कुमार, डीआरओ प्रमोद चहल सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे।