दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में एआई, इनोवेशन और सामाजिक परिवर्तन के नए मॉडलों पर हुई चर्चा

16 देशों के 300 से अधिक शोध विद्वान, संकाय सदस्यों और अन्य ने की प्रतिभागिता।

दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में एआई, इनोवेशन और सामाजिक परिवर्तन के नए मॉडलों पर हुई चर्चा

गुरूग्राम, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विवि के प्रबंधन विभाग तथा कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सीएमयू (यूएसए) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय पांचवां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को संपन्न हुआ।

 

एआई के युग में उद्यमिताः स्थिरता और सामाजिक नवाचार के प्रतिमान विषय पर आयोजित कार्यक्रम के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मल्होत्रा (चेयरमैन, एम.पी. स्टेट फूड कमीशन, भोपाल) ने शिरकत की। अध्यक्षता कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने की। दीप प्रज्ज्वलन के साथ समापन कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

 

इस सम्मेलन के लिए 156 से अधिक रिसर्च पेपर प्राप्त हुए। सम्मेलन के विषय पर विचार प्रस्तुत करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लगभग 300 से अधिक शोध विद्वान, संकाय सदस्य, छात्र और प्रमुख अधिकारी पहुंचे। प्रबंधन विभाग की डीन डॉ. अमरजीत कौर ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लक्ष्यों से अवगत कराया। भारत सहित अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, इज़राइल, जापान, बांग्लादेश, नेपाल, यूके, यूएई, कनाडा, थाईलैंड, म्यांमार, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, नाइजीरिया, जर्मनी आदि 16 देशों से आए शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और उद्यमियों ने प्रतिभागिता की।

 

कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने कहा कि भविष्य उन्हीं का है जो तकनीक को समाज के विकास से जोड़कर देखते हैं। एआई केवल सुविधा नहीं, बल्कि सामूहिक प्रगति का साधन है। उन्होंने कहा कि एआई को उद्यमिता में सही दिशा और नीति के साथ जोड़ना आवश्यक है।

 

मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मल्होत्रा ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका अब केवल शिक्षा तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि उन्हें नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक उत्तरदायित्व का केंद्र बनना होगा। इस दौरान कार्यक्रम संयोजिका डॉ अमरजीत कौर, डॉ सुरभि गोयल और डॉ नीरा वर्मा सहित अन्य अधिकारी, प्राध्यापक और प्रतिभागी मौजूद रहे।