डीएलसी सुपवा में आईपीआर जागरूकता पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित
रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय दादा लखमी चंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विवि (डीएलसी सुपवा) में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क महानियंत्रक कार्यालय (सीजीपीडीटीएम) और एनआईपीएएम के सहयोग से बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) जागरूकता पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया।
बतौर मुख्य वक्ता, यासिर अब्बास जैदी (पेटेंट एवं डिजाइन परीक्षक, सीजीपीडीटीएम, डीपीआईआईटी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार) ने छात्रों और संकाय सदस्यों को पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क, भौगोलिक संकेत और कॉपीराइट सहित आईपीआर के महत्व, दायरे और प्रकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पंजीकरण प्रक्रिया, नियामक ढाँचे और रचनात्मक कार्यों की सुरक्षा के लिए उपलब्ध तंत्रों की व्याख्या की। उन्होंने रचनात्मक और डिजाइन उद्योगों में आईपीआर के व्यावहारिक निहितार्थों को दर्शाने वाले केस स्टडी पर भी चर्चा की।
कुलपति डॉ. अमित आर्य और कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक मनोचा के संरक्षण में आयोजित इस प्रशिक्षण सत्र का आयोजन आईक्यूएसी प्रकोष्ठ द्वारा किया गया। इस दौरान कुलसचिव डॉ. गुंजन मलिक मनोचा, निदेशक आईक्यूएसी डॉ. अजय कौशिक, आईक्यूएसी सलाहकार डॉ. आदित्य सहित विभिन्न संकायों के प्रमुख, शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद रहे।
Girish Saini 

