एमडीयू में फर्स्ट एड व डिजास्टर मैनेजमेंट पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

एमडीयू में फर्स्ट एड व डिजास्टर मैनेजमेंट पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

रोहतक, गिरीश सैनी। विद्यार्थियों व स्वयंसेवकों को आपातकालीन परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान व कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से एमडीयू की यूथ रेडक्रॉस समिति के तत्वावधान में- बेसिक फर्स्ट एड एंड डिजास्टर मैनेजमेंट ट्रेनिंग विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

 

कुलसचिव डा. कृष्णकांत ने बतौर मुख्यातिथि इस कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि मौजूदा समय में फर्स्ट एड व डिजास्टर मैनेजमेंट जैसी जीवन रक्षक ट्रेनिंग का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। उन्होंने वाईआरसी वालंटियर्स से आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की क्षमता विकसित करने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी और सेवा भावना को मजबूत करने का आह्वान किया।


डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. सपना गर्ग ने कहा कि प्राथमिक उपचार और आपदा प्रबंधन बारे सही प्रशिक्षण लेकर लोगों की जान को बचाया जा सकता है। वाईआरसी प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर प्रो. अंजू धीमान ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डाला।

 
बतौर रिसोर्स पर्सन, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के प्रशिक्षण अधिकारी रवि दत्त ने विद्यार्थियों को प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड) के विभिन्न पहलुओं जैसे- चोट, जलन, रक्तस्राव, हड्डी टूटने, बेहोशी, कार्डियक अरेस्ट आदि की स्थिति में किए जाने वाले उपायों की जानकारी दी। फायर स्टेशन ऑफिसर जसमेद और उनके सहयोगी अमन ने आग लगने की घटनाओं, भूकंप, बाढ़, दुर्घटना आदि आपदाओं के समय अपनाए जाने वाले उपायों को व्यवहारिक रूप में प्रस्तुत किया।

 

वाईआरसी काउंसलर डा. रेखा ने कार्यक्रम का संचालन किया और अंत में आभार जताया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एमडीयू तथा संबद्ध महाविद्यालयों के लगभग 65 वाईआरसी वालंटियर्स ने भाग लिया।