विकसित राष्ट्र बनने के लिए कृषि के साथ-साथ तकनीकी व औद्योगिक क्षेत्र पर फोकस करना होगाः कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह

विद्यार्थियों से उद्योगपति बनने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।

विकसित राष्ट्र बनने के लिए कृषि के साथ-साथ तकनीकी व औद्योगिक क्षेत्र पर फोकस करना होगाः कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारत तेजी से विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। राव नरबीर सिंह शनिवार को आईएमटी, रोहतक स्थित फुटवेयर डिजाइन डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई) में आयोजित संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित जन को संबोधित कर रहे थे।

कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि अगर पहले के राजनेताओं का दृष्टिकोण विकासात्मक होता तो भारत कभी का विकसित राष्ट्र बन गया होता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है और वर्ष 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने का सपना निश्चित रूप से साकार होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए केवल किसानों पर ही निर्भर नहीं रहना होगा, बल्कि तकनीकी व उद्योग क्षेत्र पर भी हमें फोकस करना होगा। उन्होंने नागरिकों से प्रधानमंत्री के नारे मेक इन मेड इन इंडिया को भी अमल में लाने का आह्वान किया।

राव नरबीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकों से स्वदेशी को अपनाने का आह्वान किया है और देश के ऐसे उत्पादों का उपयोग करने के लिए कहा है जिनमें यहां के श्रमिकों की मेहनत लगती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सकारात्मक सोच के चलते ही उद्योगों के लिए पिछले बजट में 126 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। सरकार का प्रयास है कि उद्योगपतियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिले।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हरियाणा में जापान के उद्योगपतियों का एक क्लस्टर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जापान के साथ भारत के बेहतरीन व्यापारिक संबंध है और दोनों देश मिलकर औद्योगिक विकास को और गति प्रदान कर सकते हैं। राव नरबीर सिंह ने कहा कि ब्रांडिंग के अभाव में हमारे बेहतरीन स्वदेशी उत्पाद पिछड़ जाते हैं, हमें ब्रांडिंग पर भी विशेष ध्यान देना होगा। आगरा और कानपुर के लेदर के काम का उदाहरण देते उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियां यहां से कम दामों पर उत्पाद खरीद कर उन पर अपना मार्का लगा देती है और वही उत्पाद बड़ी कीमतों में बेचती है। उन्होंने संस्थान के विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे नौकरी का नहीं, बल्कि उद्योगपति बनने का लक्ष्य बनाकर इस दिशा में आगे बढ़े। उन्होंने उद्योगपतियों का आह्वान किया कि वे अपने उत्पादों की पैकिंग में प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें। इसके साथ ही उन्होंने आमजन से भी पॉलीथिन को बंद करवाने में अपना सहयोग देने की अपील की।

एफडीडीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर विवेक शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। शैक्षणिक कार्यक्रमों को लेकर प्रकाशित की गई संस्थान की बुकलेट का भी विमोचन किया। इस दौरान एफडीडीआई की एमडी सरिता दूहन, विपिन सेठ, दीपक मनचंदा, सुभाष जग्गा, शम्मी बंसल आदि मौजूद रहे।