ई है राजनीति, तू देख बबुआ 

ई है राजनीति, तू देख बबुआ 

-*कमलेश भारतीय
लोकसभा चुनाव में धीरे धीरे नयी नयी परतें खुल रही हैं । नये नये रूप सामने आ रहे हैं । सवाल जवाब का सिलसिला भी तेज़-तल्ख होता जा रहा है । कांग्रेस की प्रियंका गांधी कहती हैं  कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिसके लिए कर्नाटक में वोट मांगे वह हज़ारों महिलाओं का शोषण कर, भगौड़ा हो गया है । जहां भी महिला से अपराध वहां भाजपा नेता शामिल कैसे? प्रधानमंत्री मोदी ने इसी भगौड़े नेता के लिए मंच से वोट मांगे थे । कांग्रेस इस नेता के पुतले जला कर इसे उछालने पर तुली है । दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण का खेल नहीं खेलने दूंगा ! उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हिम्मत है तो इस बात की गारंटी दे ! हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने न तो पंद्रह लाख देने की गारंटी पूरी की और न ही दो करोड़ युवाओं को रोज़गार देने की गारंटी पूरी की ! 
अभी हरियाणा प्रदेश कांग्रेस व भाजपा टिकटों के बंटवारे के बाद से गुटबाजी से बुरी तरह जूझ रही हैं। एक तरफ सुश्री सैलजा के नामांकन के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के न आने की चर्चायें गर्म हैं तो दूसरी तरफ चौ रणजीत चौटाला के नामांकन के अवसर पर कुलदीप बिश्नोई और भव्य बिश्नोई के न पहुंचने का नोटिस सबने लिया । अनिल विज व कैप्टन अभिमन्यु की नाराजगी भी जगजाहिर है। सुश्री सैलजा के नामांकन के समय एसआरके गुट के रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी के साथ बेटे बृजेन्द्र सिंह को टिकट न मिलने से नाराज चौ बीरेंद्र सिंह जरूर पहुंचे और कांग्रेस की गुटबाजी, तू देख बबुआ ! श्रुति चौधरी, बृजेन्द्र सिंह, कैप्टन अजय यादव और करण दलाल सभी कांग्रेस से नाराज हो गये हैं और टिकटो़ का बंटवारा फिलहाल तो बड़ी मुसीबत बन गया है । राज बब्बर यह साबित करने में लगे हैं कि वे बाहरी प्रत्याशी नहीं हैं ! वे शीतला माता की शरण में जाकर कह रहे हैं कि उन्हें गुरुग्राम की सेवा करने का अवसर दे । जजपा साढ़े चार साल सत्ता सुख भोगने के बाद टूट फूट की शिकार हो रही है। ‌कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब कोई नेता जजपा छोड़कर न जा रहा हो ! फिर भी हिम्मत है दस की दस सीटें लड़ने की ! पूर्व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर कहते हैं कि जजपा हमारे ऊपर हमले ऐसे कर रही है , जैसे खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे ! मज़ेदार बात यह भी है कि खट्टर यह भी कहते हैं कि राहुल गांधी हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए जरूर आयें क्योंकि वे ऐसा कुछ बोल जायेंगे, जिससे भाजपा को फायदा होगा! वैसे प्रधानमंत्री मोदी दस मई के बाद हरियाणा का रूख करेंगे ! ई है राजनीति तू देख बबुआ! क्या पता मोदी जी कौन सी नयी बहस छेड़ जायें? 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी