दोआबा कॉलेज में 'ज़िन्दगी एक तमाशा' विषय पर नाट्य कार्यशाला आयोजित

दोआबा कॉलेज में 'ज़िन्दगी एक तमाशा' विषय पर नाट्य कार्यशाला आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित 'ज़िन्दगी एक तमाशा' कार्यशाला में भाग लेते विद्यार्थी व  प्राध्यापक । 

जालन्धर: दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रैजुएट जर्नालिज्म एंड मॉसकम्युनिकेशन विभाग द्वारा विद्यार्थियों को पूर्ण व्यक्तित्व विकास और मीडिया की पेशेवर जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्हें सक्षम बनाने हेतु 5 दिवसीय ज़िन्दगी एक तमाशा विषय पर नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विभाग के थैयटर से जुड़े प्रतिभाशाली पूर्व छात्रों दीपक शर्मा, कीर्ति गिल, राहुल व तरूण बतौर रिसोर्स पर्सन शामिल रहे जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रिं. डॉø नरेश कुमार धीमान, डॉø सिमरन सिद्धू-विभागाध्यक्षा, प्राध्यापकों एवं पार्टिसिपेेंटस ने किया।  

कोविड-19 की गाईडलाइन्स का पालन करते हुए समूह आधारित अभ्यासों के माध्यम से 19 पार्टिसिपेंट्स और प्राध्यापकों को विषावस्तु के तहत विभिन्न प्रकार के स्वर के सही उच्चारण, व्याख्यान की स्टीक जानकारी, विभिन्न मैथेड्स ऑफ एैक्टिंग, नवरस ऐक्सरसाईजिज,  कला के क्षेत्र में रचनात्मक प्रदर्शन करने हेतु बॉडी मूवमैंट्स, योग, कल्पना शक्ति के महत्व, चेहरे व आँखों के भावों के उपयोग करने की विशेष क्रियाओं, को करवाया ।  प्रत्येक दिन की शुरुआत ओउ्म शब्द के बाद प्रो. दीपक शर्मा के निर्देशन में विभिन्न गतिविधियाँ करवाई गईं ।  

इस कार्यशाला में चार नुक्कड़ नाटक- उड़ान, बैक टू नॉर्मल, हर कोई अपने आप में परफैक्ट है और आज़ादी प्रस्तुत किये गये ।  डॉø सिमरन सिद्धू ने इस कार्यशाला की महत्ता बताते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण लम्बे समय तक ब्रैक के बाद छात्राओं को आम दिनचर्या में वापिस लाने के लिए और मीडिया उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही विद्यार्थियों को यह विशेष ट्रेनिंग दी गई ।  प्रो. प्रिया चोपड़ा ने कार्यशाला संचालकों का विशेष धन्यवाद किया ।