कार्यशाला में औषधीय पौधों के संरक्षण और सतत अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया
हिसार, गिरीश सैनी। बरवाला स्थित नेशनल कॉलेज ऑफ आयुर्वेद में रिसर्च, इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल द्वारा द्रव्य गुण और अगद तंत्र विभाग के सहयोग से औषधीय पौधों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
बतौर मुख्य वक्ता, जीजीजे राजकीय कॉलेज हिसार के आर एंड डी सेल के कन्वीनर प्रो. सतीश वर्मा ने आयुर्वेदिक अनुसंधान में औषधीय पौधों के आकृतिगत पहलुओं और महत्व पर जानकारी साझा की। इस कार्यशाला में 150 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए औषधीय पौधों की पहचान और उनके चिकित्सीय उपयोग के व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किए।
यह कार्यशाला दोनों संस्थानों के बीच हुए एमओयू के तहत सहयोगात्मक गतिविधि थी। कार्यशाला में औषधीय पौधों के संरक्षण और सतत अनुसंधान की आवश्यकता पर जोर दिया गया। इस दौरान प्राचार्य डॉ. त्रिभुवन पारीक, डॉ. सहाना वी.एम. वात्स, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. बीनू बालाचंद्रन और डॉ. विद्या वी. सहित विद्यार्थी मौजूद रहे।
Girish Saini 

