सत्य और नैतिकता ही पत्रकारिता की नींव का संदेश दिया राष्ट्रीय मीडिया संवाद में
मीडिया दिग्गजों ने किया फेक न्यूज़ और दुष्प्रचार पर प्रहार।

गुरूग्राम, गिरीश सैनी। गुरुग्राम विवि के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा आयोजित चौथे राष्ट्रीय मीडिया संवाद -2025 कार्यक्रम में -एआई के युग में गलत सूचना और दुष्प्रचार की चुनौतियां विषय पर विचार मंथन किया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में देशभर से आए पत्रकारिता, शिक्षा और समाज सेवा क्षेत्र के विशेषज्ञों ने विषय पर गहन चर्चा करते हुए युवा वर्ग का मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों आईएचसी नई दिल्ली के निदेशक प्रो. के.जी. सुरेश, कुलपति डॉ. संजय कौशिक, अमन चोपड़ा, राजेश कुमार, राज किशोर व कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. संजय कौशिक ने कहा कि राष्ट्रीय मीडिया संवाद जैसे आयोजन विवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विमर्शों से जोड़ते हैं। ये संवाद विद्यार्थियों को नई दृष्टि, शोध की प्रेरणा और समाजोपयोगी दिशा प्रदान करते हैं।
प्रो. के.जी. सुरेश ने कहा कि मीडिया आज एआई के साथ एक नए युग में प्रवेश कर चुका है और ये समय मीडिया जगत के लिए अवसरों से भरा है, परंतु इसके साथ-साथ जिम्मेदारियों और चुनौतियों का विस्तार भी हुआ है। उन्होंने गलत सूचना और दुष्प्रचार से निपटने के लिए पत्रकारों द्वारा तकनीक और नैतिकता का संतुलन साधने पर बल दिया।
सामाजिक विचारक राजेश कुमार ने समाज में फैल रही फेक न्यूज और दुष्प्रचार के खतरों की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि फर्जी खबरें केवल भ्रम ही नहीं फैलाती, बल्कि सामाजिक एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों को भी कमजोर करती हैं। उन्होंने ऐसी स्थिति में मीडिया संवाद और नागरिक जागरूकता को अत्यंत आवश्यक बताया।
अमन चोपड़ा ने कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं है, बल्कि सत्य और तथ्य को संरक्षित करना भी है। पत्रकार को सदैव निडर, निष्पक्ष और संवेदनशील होना चाहिए। राज किशोर ने एआई के उपयोग, डिजिटल मीडिया की चुनौतियों, फेक न्यूज़ की रोकथाम और मीडिया की सामाजिक जिम्मेदारियों पर अपने विचार साझा किए। इस दौरान विवि अधिकारी, शिक्षक, विद्यार्थी और देशभर से आए विशेषज्ञ मौजूद रहे।