भाषा का प्रभाव कभी समाप्त नहीं होताः जगदीप भार्गव
विश्व हिंदी दिवस पर विस्तार व्याख्यान एवं काव्य-गोष्ठी आयोजित।

हिसार, गिरीश सैनी। विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एवं स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के हिंदी विभाग में एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। समाजसेवी एवं बुद्धिजीवी जगदीप भार्गव ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो.एनके बिश्नोई ने स्वागत संबोधन करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य से अवगत करवाया।
मुख्य वक्ता जगदीप भार्गव ने विश्व हिंदी दिवस पर चर्चा करते हुए भाषा के प्रति स्वामी विवेकानंद के योगदान की चर्चा की। शिक्षा एवं सामाजिक उत्थान में स्वामी विवेकानंद की भूमिका पर उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी भाषा से ही देश-विदेश में अपनी पहचान कायम की। उन्होंने कहा कि भाषा का प्रभाव कभी समाप्त नहीं होता।
धार्मिक अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष प्रो किशना राम बिश्नोई व हिंदी विभाग की प्रभारी डॉ गीतू धवन ने विश्व साहित्य के आलोक में हिंदी के अनुदित साहित्य पर विचार साझा किए। हिंदी विभाग की प्रवक्ता डॉ शर्मीला व डॉ कल्पना ने विश्व फलक पर हिंदी के बढ़ते विस्तार की बात करते हुए इसकी पर महत्ता पर प्रकाश डाला।
व्याख्यान उपरांत आयोजित युवा काव्य गोष्ठी में विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने कविताओं के माध्यम से हिंदी भाषा के प्रति अपने अभिरुचि प्रदर्शित की।