मधुमक्खी पालन पर सरकार दे रही 85 प्रतिशत तक अनुदानः उपायुक्त सचिन गुप्ता
10 दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण 10 नवंबर से।
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने बागवानी किसानों का आह्वान किया है कि वे सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन की सभी श्रेणी के आवेदकों को मधुमक्खी बॉक्स (बी बॉक्स) एवं मधुमक्खी कॉलोनी (बी कॉलोनी) पर दिए जा रहे 85 प्रतिशत अनुदान का लाभ उठाये। सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन में जोखिम को खत्म करने के लिए शहद को भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया गया है।
उपायुक्त ने बताया कि गांव खरावड़ स्थित पंजाब नेशनल बैंक के ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान में 10 नवंबर से 10 दिवसीय मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रति मधुमक्खी पालक एक हजार बक्सों की अधिकतम सीमा तथा 120 रुपए प्रति किलोग्राम शहद का बेस प्राइस निर्धारित किया गया है तथा 30 किलोग्राम प्रति बॉक्स के हिसाब से प्रतिवर्ष 30 हजार किलोग्राम तक प्रति मधुमक्खी पालक बिक्री सीमा निर्धारित की गई है।
उपायुक्त ने बताया कि योजना का लाभ कुरुक्षेत्र के रामनगर आबीडीसी स्थित हनी ट्रेड सेंटर पर शहद की बिक्री करने वाले मधुमक्खी पालक को मिलेगा। मधुमक्खी पालक को कम से कम 500 किलोग्राम शहद केंद्र पर बिक्री के लिए ले जाना होगा। वहीं ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान में 10 दिवसीय मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षण के लिए केवल ग्रामीण बीपीएल परिवारों के बेरोजगार व्यक्ति पंजीकरण करवा सकते है, जिनकी आयु सीमा 18 से 50 वर्ष तक है। पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सुबह 9 से सायं 5 बजे तक लिखित और व्यवहारिक ज्ञान विस्तार पूर्वक, समझाया जाएगा। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद एनएसक्यूएफ से प्रमाणित प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा, जिसके माध्यम से प्रशिक्षार्थी बैंक से लोन लेकर अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। प्रशिक्षण के लिए 10 किलोमीटर से अधिक दूरी से आने वाले प्रशिक्षणार्थियों के लिए संस्थान में ठहरने की व्यवस्था भी की गई है।
Girish Saini 

