वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 38 हजार यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य निर्धारितः उपायुक्त सचिन गुप्ता

जिला रेडक्रॉस सोसायटी को रक्तदान शिविरों की संख्या बढाने क निर्देश।

वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 38 हजार यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य निर्धारितः उपायुक्त सचिन गुप्ता

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त सचिन गुप्ता ने कहा कि जिला रेडक्रॉस समिति की स्वास्थ्य एवं कल्याण सेवाओं की पहुंच को और व्यापक बनाया जाये। जिला में रक्तदान शिविरों की संख्या को बढ़ाया जाए ताकि जरूरत के अनुसार रक्त एकत्रित किया जा सके। ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रक्तदान के लिए समिति के साथ जोड़ा जाये तथा सभी महाविद्यालयों में रेडक्रॉस वॉलिंटियर तैयार किए जाये। जिला के 10 गांवों की पहचान कर रेडक्रॉस की सभी गतिविधियां आयोजित करवाई जाये।

उपायुक्त सचिन गुप्ता ने जिला रेडक्रॉस समिति द्वारा की जा रही गतिविधियों की समीक्षा बैठक में जिला में चल रही कल्याणकारी, स्वास्थ्य, प्रशिक्षण तथा स्वयंसेवी गतिविधियों की समीक्षा की। इस दौरान सेवा वितरण को और मजबूत बनाने के लिए अनेक सुझावों पर चर्चा की गई। जिला रेडक्रॉस द्वारा पीजीआईएमएस के सहयोग से हर माह 25 रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 1500 यूनिट रक्त एकत्रित हो रहा है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 38000 यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आगामी वर्ष के लिए 275 रक्तदान शिविर और 480 ग्रामीण स्वास्थ्य शिविर प्रस्तावित हैं।

उपायुक्त ने कहा कि प्राथमिक उपचार, सीपीआर एवं स्वयंसेवी प्रशिक्षण का विस्तार किया जाये। प्राथमिक उपचार एवं सीपीआर प्रशिक्षण को विद्यालयों, कॉलेजों, औद्योगिक इकाइयों, मॉल तथा सुरक्षा एजेंसियों में विस्तारित किया जाएगा। सीपीआर प्रशिक्षण को कॉर्पोरेट कर्मचारियों और निजी स्कूल बस कंडक्टरों तक पहुंचाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी एवं आरटीए कार्यालयों का सहयोग लिया जाएगा। सरकारी कार्यालयों, बस स्टैंडों और स्कूलों में फर्स्ट एड किट, बीपी मशीन व शुगर टेस्ट डिवाइस से युक्त डिजिटल कियोस्क लगाने का प्रस्ताव है।

उपायुक्त ने कहा कि सीएसआर समर्थन से वर्किंग वुमन हॉस्टल भवन सहित कुष्ठ कॉलोनी के उपेक्षित कमरों का नवीनीकरण भी प्रस्तावित है। मेडिकल मोड़ स्थित नशा मुक्ति केंद्र में रेडक्रॉस भवन का उपयोग सामाजिक न्याय मंत्रालय के सहयोग से हाफ-वे होम के रूप में किया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण एवं प्राथमिक उपचार जागरूकता कार्यक्रमों के लिए गांव बनियानी को गोद लिया गया है। बनियानी के बाद 10 और गांवों को इस अभियान में शामिल किया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि संस्थागत समन्वय को मजबूत करते हुए पंचायती भूमि के उपयोग हेतु जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। जीएम डीआईसी के सहयोग से औद्योगिक इकाइयों में प्रशिक्षण को और बढ़ाया जाएगा। मॉक ड्रिल एवं आपदा-प्रबंधन तैयारी के लिए डीडीएमए के साथ समन्वय जारी रहेगा। इस दौरान समिति के सचिव श्याम सुंदर, प्रशिक्षण अधिकारी रविदत्त, लेखाकार आशीष खेड़ा, प्रोजेक्ट मैनेजर प्रीति सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।