सुपवा प्राध्यापकों ने लंच ब्रेक में विवि परिसर में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला

वेतनमान और पदोन्नति को लेकर एक माह से शांतिपूर्वक विमर्श प्रदर्शन कर रहे पीएलसी सुपवा प्राध्यापकों की मांगों पर अब तक विवि प्रशासन ने ना कोई चिट्ठी निकाली और ना ही कोई आदेश पारित किया है। अपने विरोध को गति देते हुए वीरवार को विवि शिक्षकों ने दोपहर को लंच ब्रेक में सुपवा परिसर में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला।

सुपवा प्राध्यापकों ने लंच ब्रेक में विवि परिसर में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला

रोहतक, गिरीश सैनी। वेतनमान और पदोन्नति को लेकर एक माह से शांतिपूर्वक विमर्श प्रदर्शन कर रहे पीएलसी सुपवा प्राध्यापकों की मांगों पर अब तक विवि प्रशासन ने ना कोई चिट्ठी निकाली और ना ही कोई आदेश पारित किया है। अपने विरोध को गति देते हुए वीरवार को विवि शिक्षकों ने दोपहर को लंच ब्रेक में सुपवा परिसर में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला।

विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंद्रनील घोष, सचिव दुष्यंत और उपाध्यक्ष दीपक सिनकर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि शिक्षक संघ ने रजिस्ट्रार के अधीन प्रशासकीय विभाग से जब शिक्षकों की फाइलों से संबंधित स्टेटस जानने की कोशिश की तो अधिकारियों ने कोई संतुष्टि जनक जवाब नहीं दिया। ऐसे में शिक्षकों में बेचैनी और आक्रोश बढ़ रहा है। क्योंकि शिक्षकों के लिए पिछले साल सितंबर माह में आए यूजीसी वेतनमान 7वें सीपीसी संबंधी सरकारी आदेश को लागू नहीं किया जा रहा है।

पीएलसी सुपवा के नियमित शिक्षकों को ना ही यूजीसी के मुताबिक वेतनमान मिल रहा है और न ही साथ में सीपीसी के अनुसार वेतन वृद्धि की गई है। साथ ही पिछले 10 वर्षों से शिक्षकों की कोई पदोन्नति नहीं दी गई है। शिक्षक संघ की तरफ से 45 दिन पहले विवि प्रशासन को मांग पत्र दिया गया था, जिस पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसीलिए शिक्षकों को विवश होकर विवि गेट पर विमर्श प्रदर्शन के लिए बैठना पड़ रहा है। शांतिपूर्ण विरोध मार्च में जतिंदर शर्मा, अनिल कुमार, अथर अली, विनय कुमार, दीपक सिनकर, शरद, महेश टीपी, अजय कुमार सिंह, अली आदि शिक्षकों ने भाग लिया।