बेहतर कैरियर निर्माण के लिए विद्यार्थी अपने कौशल में अभिवृद्धि करेः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

बेहतर कैरियर निर्माण के लिए विद्यार्थी अपने कौशल में अभिवृद्धि करेः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। कौशल भविष्य के सपनों को उड़ान देगा। बेहतर कैरियर निर्माण के लिए विद्यार्थी अपने कौशल में अभिवृद्धि करें। यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने मंगलवार को सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के 30 विद्यार्थियों के दल को आईएचएम पूसा, नई दिल्ली में वैल्यू एडेड कोर्स- द ग्रेट इंडियन क्विजीन में भाग लेने के लिए रवाना करते हुए व्यक्त किए।

कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि वैल्यू एडेड कोर्स आधुनिक समय की मांग है, जो विद्यार्थियों के प्रोफाइल को अधिक प्रभावी बनाते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय पाक कला की वैश्विक डिमांड है। इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं है, बस जरूरत है कि इस क्षेत्र की मांग के अनुरूप विद्यार्थी अपनी स्किल्स को डेवलप करें। उन्होंने कहा कि इस तरह के वैल्यू एडेड कोर्स विद्यार्थियों के कौशल को निखारते हैं, उनके रिज्यूम को वैल्यू प्रदान करते हैं।

भारतीय पुनर्वास परिषद की चेयरपर्सन डॉ. शरणजीत कौर ने इस अवसर पर सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि हौसले से हर बाधा को पार किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों के इस दल को इस वैल्यू एडेड कोर्स को पूरी लगन से पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के निदेशक प्रो. राधेश्याम ने बताया कि 30 डीफ स्टूडेंट्स इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आईएचएम पूसा जा रहे हैं। सेंटर की उप निदेशक डॉ. प्रतिमा तथा आईएचटीएम के प्राध्यापक डॉ. गौरव त्यागी इस कोर्स को कोआर्डिनेट कर रहे हैं। इस दौरान बॉटनी विभाग से प्रो. विनिता हुड्डा, डॉ. योगेन्द्र सिंह, डॉ. गौरव त्यागी, हास्पिटैलिटी कंसल्टेंट दिलावर सिंह, बलजीत सिंह, सुनील कुमार, महेंद्र कुमार समेत सेंटर फॉर डिसेबिलिटी स्टडीज के विद्यार्थी मौजूद रहे।