जीवन में अनुशासन, आत्मविश्वास और उत्कृष्टता का मार्ग प्रशस्त करते हैं खेलः कुलपति प्रो. एच.एल. वर्मा
बीएमयू में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया।

रोहतक, गिरीश सैनी। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर स्थानीय बाबा मस्तनाथ विवि में खेल दिवस 2025 पर तीन दिवसीय खेल महोत्सव का शुभारंभ कुलपति प्रो. एच.एल. वर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि खेल केवल शरीर को स्वस्थ रखने का साधन नहीं, बल्कि यह जीवन में अनुशासन, आत्मविश्वास, धैर्य, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का सबसे प्रभावी माध्यम है। कुलपति ने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने अपने खेल कौशल से भारत को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया।
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार ने मेजर ध्यानचंद के संघर्ष और उपलब्धियों को याद करते हुए कहा कि खेल मानसिक संतुलन और सामाजिक एकता का आधार हैं।
कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी एवं आयोजन सचिव डॉ. बबलू शर्मा ने किया। कार्यक्रम संयोजक डॉ. सोनिका ने तीन दिवसीय खेल उत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की। पहले दिन आयोजित 800 मीटर दौड़, खो-खो और कबड्डी प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उपस्थित जन ने एक सामूहिक शपथ भी ली और संकल्प लिया कि वे शारीरिक रूप से फिट, मानसिक रूप से मजबूत और भावनात्मक रूप से संतुलित रहेंगे। इस दौरान विभिन्न संकायों के डीन, प्राध्यापक, अधिकारी और विद्यार्थी मौजूद रहे।