सोनिया गांधी : रायबरेली को अलविदा 

सोनिया गांधी : रायबरेली को अलविदा 

- कमलेश भारतीय 
आखिरकार कांग्रेस हाईकमान रहीं श्रीमती सोनिया गाँधी ने अपने परंपरागत चुनाव क्षेत्र रायबरेली को अलविदा कह दिया और राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन कर दिया ! इससे लगता है कि खुद सोनिया गाँधी को भी काफी भावनात्मक दुख पहुंचा है और रायबरेली के लोगों के नाम लिखे खत में जनता से मिले सहयोग का आभार वयक्त करते जहाँ अपने खराब स्वास्थ्य का जिक्र किया है वहीं फिरोज़ गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अपने चुनाव में सदा साथ देने पर हार्दिक आभार जताते वे काफी भावुक हो गयी हैं । यह स्वाभाविक है क्योंकि चाहे उत्तर प्रदेश में भाजपा की लहर रही लेकिन रायबरेली के लोगों ने सोनिया गांधी को ही संसद में पहुंचाया ! रायबरेली का साथ गाँधी परिवार के साथ जैसे जन्म जन्म का साथ है, पीढ़ियों का साथ है । बेशक अमेठी ने कांग्रेस से मुंह मोड़ लिया हो लेकिन यह रायबरेली ही थी जिसने कांग्रेस को सदैव अपना समर्थन दिये रखा । यहां तक कि अखिलेश और मायावती ने भी सोनिया गाँधी के खिलाफ अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे ।
अब रायबरेली से कौन ? यह सवाल सहज ही उठता है ! कहीं प्रियंका गाँधी तो नहीं‌? हो भी सकती हैं और होनी भी चाहिए । राबर्ट बडेरा भी राजनीति में आने को पर तौल रहे हैं । क्या उन्हें भी रायबरेली से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने के लिए मैदान में उतार सकती है कांग्रेस ? फिर अमेठी का क्या होगा ? अमेठी का रण कौन लड़ेगा? क्या प्रियंका और राबर्ट बडेरा ही इन दोनों परंपरागत चुनाव क्षेत्रों से प्रत्याशी होंगे ? असल में ये दोनों क्षेत्र गांधी परिवार के सदस्यों के बिना किसी दूसरे प्रत्याशी को स्वीकारेंगे भी नहीं, तह तय है और कांग्रेस को अपनी इन दो परंपरागत सीटों को बचाये रखना जरूरी है, पूरे उत्तर प्रदेश में हर झंझावात में अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस को इन सीटों पर ही ज्यादा भरोसा रहता है और ये दो सीटें खोने का जोखिम कांग्रेस नहीं उठा सकती ! लगता है कि राहुल गाँधी इस बार भी अमेठी की बजाय सुरक्षित चुनाव क्षेत्र ही ढूंढेंगे और अमेठी से चुनाव लड़ने का जोखिम नहींं उठायेंगे ! यानी स्मृति ईरानी को वाक ओवर दे देंगे? सोचने की बात है। एकबार तो आप के प्रत्याशी रहे कुमार विश्वास ने राहुल की नैया पार लगा दी थी लेकिन अब कुमार विश्वास तो कथा प्रवचन में व्यस्त हो गये और राजनीति भी छोड़ चुके हैं। देखिए आगे आगे होता है क्या!