बीएमयू में छात्रों के साथ मानसिक शांति व आत्म चिकित्सा के गुर साझे किए

बीएमयू में छात्रों के साथ मानसिक शांति व आत्म चिकित्सा के गुर साझे किए

रोहतक, गिरीश सैनी। स्थानीय बाबा मस्तनाथ विवि के आयुर्वेद संकाय एवं योग क्लब के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को एक विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। ‘हीलिंग विद रिलीज़ एंड रिस्टोर’ विषय पर आयोजित इस सत्र में विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए ध्यान साधना के माध्यम से आत्मिक शांति का अनुभव किया। बतौर मुख्य अतिथि एवं वक्ता, नेचुरोपैथी विशेषज्ञ डॉ. ऋतु जैन और योग प्रशिक्षिका ज्योति ने प्रतिभागियों को तनाव मुक्ति, मानसिक शांति और आत्म चिकित्सा की विशेष विधियों से अवगत कराया।

 

डॉ. ऋतु जैन ने तनाव और नकारात्मक विचारों को जीवन की सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि ध्यान इन दोनों को नियंत्रित करने का सशक्त साधन है। उन्होंने व्यावहारिक अभ्यास करवाते हुए बताया कि श्वास-प्रश्वास की तकनीक और सकारात्मक सोच जीवन को रोग मुक्त और ऊर्जावान बना सकती है।

 

योग प्रशिक्षिका ज्योति ने ध्यान को केवल साधना भर नहीं, बल्कि आत्मिक उपचार का वैज्ञानिक तरीका बताते हुए कहा कि यदि छात्र जीवन में ही ध्यान की आदत डाली जाए, तो एकाग्रता, स्मरण शक्ति और आत्मबल में अद्भुत वृद्धि होती है। उन्होंने ध्यान को आज की भागदौड़ भरी दुनिया में मानसिक शांति पाने का सबसे सरल मार्ग बताया।

 

सत्र संयोजक डॉ. गौरव ने स्वागत संबोधन किया। उन्होंने कहा कि ध्यान केवल आध्यात्मिक साधना नहीं, बल्कि जीवन प्रबंधन की कला है।