दोआबा कॉलेज में नामुमकिन कुछ भी नहीं विषय पर संगोष्टी आयोजित

दोआबा कॉलेज में नामुमकिन कुछ भी नहीं विषय पर संगोष्टी आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित संगोष्टी में मेजर डी.पी. सिंह उपस्थिती को संबोधित करते हुए।

जालन्धर, 10 अक्तूबर, 2022: दोआबा कॉलेज की दिशा कमेटी द्वारा रोटरी क्लब जालन्धर व कॉलेज के एनसीसी युनिट के सहयोग से नामुमकिन कुछ भी नहीं विषय पर संगोष्टी का आयोजन किया गया जिसमें मेजर डी.पी. सिंह-  देश के पहले प्रोस्थैटिक लिम्ब बलेड रनर तथा स्काई डाईवर बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए। मेजर जनरल विजय पांडे, कर्नल आरएमएस संधु, मिस नुपुर संधु- प्रधान रोटरी क्लब व डा. विजय ओबराय- सचिव रोटरी क्लब बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए। सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल, प्रो. सुखविंदर सिंह, डा. सुरेश मागो व लैफ्टिनेंट प्रो. राहुल भारद्वाज- एनसीसी इंचार्ज, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया।

प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि मेजर डी.पी. सिंह एक रियल लाईफ हीरो हैं जोकि फिल्मों के रील लाईफ हीरो से इसलिए बेहतर हैं क्योंकि इन्होंने समस्त देशवासियों को अपने शोर्य, संघर्ष करने की क्षमता, आत्म विश्वास और लगन से अपनी विकलांगता पर विजय पाकर प्रोस्थैटिक लिम्ब को अपना कर मैराथन में दौड़ कर सफलता के कीर्तीमान देश व विदेश में स्थापित किए हैं।

मेजर डी.पी. सिंह ने विद्यार्थियों को आई कैन- `मैं कर सकता हूँ' सफलता का मूल मंत्र देते बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ कर अपने आप को विकलांगता पर विजय पाते हुए एक बार फिर से दौडऩे का हौंसला पैदा किया। उन्होंने कहा कि हमें कभी जिंदगी में कमजोर नहीं पडऩा चाहिए तथा हौंसला एवं आत्म विश्वास अपने अंदर पैदा कर हर स्थिति से जूझ कर सफल होने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी भावना से प्रेरणा लेकर वह एक सफल सकाई डाईवर भी बन पाए। मेजर डी.पी. सिंह ने बताया कि वह अकसर भगवत गीता व गुरबाणी से प्रेरणा लेते हैं तथा विद्यार्थियों को भी ऐसी रचनाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर विद्यार्थी तेजस ने देश भक्ति का गीत प्रस्तुत किया। प्रो. सुखविंदर सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। प्रो. प्रिंया चोपड़ा ने मँच संचालन बखूबी किया। समारौह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।