दोआबा कालेज में आधुनिक काल में अध्यात्म की महत्ता पर सैमीनार आयोजित

दोआबा कालेज की दिशा कमेटी तथा स्टूडैंट वैल्फेयर कमेटी द्वारा आधुनिक काल में अध्यात्म की महत्ता पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें आचार्या राजू वैज्ञानिक- नई दिल्ली बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ ओमिन्द्रर जौहल, प्रो. सोनिया कालरा, प्रो. सुरजीत कौर, डॉ. सुरेश मागो प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया ।  राजेश प्रेमी बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए । 

दोआबा कालेज में आधुनिक काल में अध्यात्म की महत्ता पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कालेज में  आयोजित समागन में आचार्या राजू वैज्ञानिक, प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी व डॉ. ओमिन्द्र जौहल उपस्थित को सम्बोधन करते हुए । 

जालन्धर, 15 सितम्बर, 2023: दोआबा कालेज की दिशा कमेटी तथा स्टूडैंट वैल्फेयर कमेटी द्वारा आधुनिक काल में अध्यात्म की महत्ता पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें आचार्या राजू वैज्ञानिक- नई दिल्ली बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ ओमिन्द्रर जौहल, प्रो. सोनिया कालरा, प्रो. सुरजीत कौर, डॉ. सुरेश मागो प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया ।  राजेश प्रेमी बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए । 

प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने कहा कि आयु का एक ऐसा पड़ाव आता है जब हम अध्यात्म की ओर मुड़ते हैं जिससे हमें अपने जीवन में सुधार लाने एवं अध्यात्मिक रूप से ऊचा उठने में मदद मिलती है ।  उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी की अध्यात्म की इसी महत्ता को समझने एवं अपने जीवन में इसे अपना कर स्वयं को समय रहते बदल कर अपने परिवार, समाज व देश में साकारात्मक परिर्वतन लाने की कोशिश करनी चाहिए । 

आचार्या राजू वैज्ञानिक ने कहा कि आधुनिक समय में अध्यामिक्ता बहुत ज़रूरी है जिससे कि हम अपने मन में दिव्यता एवं पवित्रता को संचारित कर ऊँचा उठ सकते हैं । उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति ही सुंदर समाज तथा आनन्दपूर्ण जीवन शैली जी सकता है । जन्म जन्मांतर की घृणा, ईर्षा और सभी परेशानियां अध्यात्मिकता की शरण में जाने से ही दूर हो सकता है ।  आधुनिक मानव वर्तमान काल में आत्महत्या, विषाद, तनाव आदि से इसीलिए घिरा हुआ है क्योंकि वह अध्यात्मिकता से दूर है । राजेश प्रेमी ने प्रभु के भजन गाकर सभी को मंत्रमुक्त किया । 

डॉ. ओमिन्द्र जौहल ने गणमान्यों का धन्यावाद किया । 

प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. ओमिन्द्र जौहल, प्रो. सुरजीत कौर, प्रो. सोनिया कालरा और डॉ. सुरेश मागों ने आचार्या राजू वैज्ञानिक को सम्मान चिह्न एवं दौशाला देकर सम्मानित किया ।