विशेष व्याख्यान में आधुनिक जैव चिकित्सा अनुसंधान में ओमिक्स प्रौद्योगिकियों की भूमिका बताई

विशेष व्याख्यान में आधुनिक जैव चिकित्सा अनुसंधान में ओमिक्स प्रौद्योगिकियों की भूमिका बताई

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी (सीएमबीटी) में- जीनोमिक्स से प्रोटिओमिक्स: इंटीग्रेटिव ओमिक्स इन मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक इनोवेशन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

 

बतौर मुख्य वक्ता, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार की साइंटिस्ट एमेरिटस प्रो. मीनाक्षी प्रसाद ने आधुनिक जैव चिकित्सा अनुसंधान में ओमिक्स प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने न्यूट्रीजीनोमिक्स और प्रोटिओमिक्स जैसे उभरते क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा करते हुए आणविक निदान और व्यक्तिगत चिकित्सा में क्रांति लाने में उनकी क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों से अधिकतम प्रयास करने और कैंसर, मधुमेह और संक्रामक रोगों की ज्वलंत समस्या का समाधान करने का आह्वान किया।

 

सीएमबीटी के निदेशक डॉ. हरि मोहन ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और व्याख्यान की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। प्राध्यापिका डॉ. अमिता सुनेजा डंग ने आभार प्रदर्शन किया। इस दौरान डॉ. अनिल कुमार, डॉ. रश्मि भारद्वाज, डॉ. दर्शना चौधरी और डॉ. राजीव कपूर सहित विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।