रोहतक को मिली सौगात-

26 जनवरी से शहर में पांच इलेक्ट्रिक वातानुकूलित बसें चलेंगीः उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा

रोहतक को मिली सौगात-

रोहतक, गिरीश सैनी। रोहतक शहर को गणतंत्र दिवस पर सौगात के रूप में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा के प्रयासों से शहर में 26 जनवरी से हरियाणा राज्य परिवहन विभाग बस सेवा शुरू होने जा रही है। आमजन की सुविधा के लिए शहर में 5 वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों का संचालन रोहतक बस स्टैंड से किया जाएगा। परिवहन विभाग द्वारा इन बसों पर बकायादा स्टाफ की नियुक्ति कर उनको जरूरी निर्देश दे दिए गए है। शहर में चलने वाले इन बसों के लिए रूट भी तैयार कर दिया गया है। इसके साथ-साथ 26 जनवरी के दिन यात्रियों को बस सुविधा निशुल्क मिलेगी। बाकी दिनों का रूट के हिसाब से किराया निर्धारित किया गया है।

उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने शहर में नागरिकों की आवागमन की दिक्कत को दूर करने के लिए रोडवेज प्रशासन को शहर में बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए। उपायुक्त के निर्देशानुसार परिवहन विभाग ने शहर में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने की पूरी रूप रेखा तैयार कर ली है। योजना अनुसार शहर में 26 जनवरी से पांच इलेक्ट्रिक बसें चलेगी, जिन पर 13 परिचालकों को तैनात किया गया है। परिचालक ई-टिकटिंग मशीनों के द्वारा यात्रियों को टिकट उपलब्ध करवाएंगे। गाडिय़ों की साफ-सफाई के लिए वाशिंग मशीन व चार्जिंग पॉइंट को चेक कर लिया गया है।

इन वातानुकूलित बसों में आगे-पीछे डिस्प्ले लगाई गई है, जिससे यात्रियों को उनके स्टैंड का पता चलेगा तथा साथ ही इन बसों में स्टैंडों को उद्घोषणा भी होगी। इन लो फ्लोर बसों में यात्रियों को चढ़ने उतारने में कोई परेशानी नहीं होगी और जीपीएस फीचर उपलब्ध है। 46 सीटर इन बसों में न्यूनतम किराया 10 रुपए रहेगा तथा दूरी किलोमीटर के हिसाब से किराये के 10 रुपए, 15 रुपए, 20 रुपए इत्यादि स्लैब बनाए गए हैं।

यातायात महाप्रबंधक भारत भूषण गोगिया ने बताया कि ये बसें रोहतक बस स्टैंड से पीजीआई वाया राजभवन (किशनपुरा), शीला बाईपास, रिवाज होटल, रिलायंस मार्ट, स्वामी नित्यानंद पब्लिक स्कूल, जाट भवन, सेक्टर-1 मेन रोड, राजीव चौक (दिल्ली बाईपास), एमडीयू गेट नंबर 2, सेक्टर-14, जाट कॉलेज, सीआर पालीटेक्निक, पावर हाउस, पीजीआई मोड होते हुए मेडिकल इमरजेंसी तक हर 15 मिनट के अंतराल में चलेंगी और वापस उसी रास्ते बस स्टैन्ड आएंगी। ये बसें अपनाने से वायु प्रदूषण कम होगा, वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगेगा। यात्रियों को जाम से मुक्ति मिलेगी ।